15 प्रयासों में भी ये 82 स्टूडेंट नहीं बन पाएं इंजीनियर
फिल्म थ्री इडियट देखने के बाद भले ही भारत का यूथ इंजीनियरिंग को लेकर काफी एक्साइटेड हुआ हो। पर इंजीनियरिंग करना इतना आसान भी नहीं है। कई स्टूडेंट्स कड़ी मेहनत करके पास हो पाते है और उसके बाद उन्हे जॉब मिल पाती हैं। इंजीनियरिंग को पास करना इतना आसान भी नहीं है जितना कि अन्य एग्जाम में पास होना। अगर आपको भी लगता है कि इंजीनियरिंग में पास होना काफी आसान है तो हम आपको बताते है कुछ ऐसे स्टूडेंट्स के बारें में जो 12 से 15 बार में भी पास नहीं हो पाएं।
दरअसल गुजरात यूनिवर्सिटी में ऐसे 82 स्टूडेंट है जो 12 से 15 अटेंप्ट में भी पास नहीं हुए है। हालांकि गुजरात यूनिवर्सिटी ने परीक्षा क्लियर करने में उनकी मदद करने के मकसद से बड़ा कदम भी उठाया है। यूनिवर्सिटी ने इन छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर क्वेश्चन बैंक भी अपलोड कर दी है। जिसमें से ही सारे क्वेश्चन एग्जाम में आते है। गुजरात यूनिवर्सिटी में इनका काफी मजाक उड़ता है और कहा जाता है कि ये तो नकल करके भी पास नहीं हो सकते।
यूनिवर्सिटी भी परेशान
इन छात्रों के बार-बार फेल होने के कारण यूनिवर्सिटी भी परेशान है कि आखिर इन्हे कैसे पास किया जाए। इन छात्रो को ये भी चेतावनी दी गई है कि अगर वे इस बार भी फेल हो गए तो उनको गुजरात टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में नए सिरे से कोर्स करना होगा। हालांकि सभी का सोचना होता है कि इंजीनियरिंग करने वाले स्टूडेंट काफी शार्प माइंडेड होते है पर इन छात्रों को देखकर लगता है कि इन्होने पास ना होने की ठान रखी है।
इसी महीने में फिर से एग्जाम
इन छात्रों की अगली परीक्षा 24 जून को है और इनका सेंटर एलडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग है। फेल होने वाले छात्रों में से कुछ ही छात्र अभी परीक्षा दे रहे हैं बाकी के छात्र अभी गायब है। परीक्षा देने वाले छात्रों में से ज्यादातर छात्र एक से डेढ़ घंटे बाद एग्जाम हाल से निकल जाते है जबकि परीक्षा तीन घंटे की होती है। आश्चर्य की बात ये भी है कि बार-बार फेल होने वाले इन 82 छात्रों के एक नहीं बल्कि कई सेम बेक हैं इन्हे कई सेमेस्टर की एग्जाम देना बाकी हैं
|