योग गुरू का अजीब बयान, योग भारतीय नहीं, भारत से कोई संबंध भी नहीं
जब पूरी दुनिया भारत के प्रधानमंत्री के आह़वान पर शुुरू हुए इंटरनेशनल योगा डे के दौरान योग के विभिन्न आसानों से रूबरू हो रही थी तब एक भारतीय और आध्यात्मिक गुरू जग्गी वासुदेव ने यह कहकर हर किसी को हैरत में डाल दिया कि योग न भारतीय है और न भारत से इसका कोई संबंध है।
खास बात ये है कि जग्गी वासुदेव ने यह बयान संयुक्त राष्ट्र मुखयालय में दूसरे अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस के के अवसर पर उस कार्यक्रम में दिया जहां उन्हें योग दिवस के प्रतिनिधि के तौर पर बुलाया गया था। वे इस आयोजन को संबोधित कर रहे थे। तभी उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये पूर्ण विज्ञान और तकनीक है अचछा जीवन जीने के लिए। । उन्होंने आगे कहा कि विज्ञान अपनी सार्वभौमिकता और मुक्ति की वजह से भारतीय नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि हां , हम भारतीय होने के नाते इस पर गर्व कर सकते हैं, लेकिन ये भारत से संबंध नहीं रखता। यह सही है कि यूएन ने भारत की अपील पर योग दिवस घोषित करके हमें एक उपहार दिया है। लेकिन अन्य के मुकाबले ये भारत से ज्यादा संबंध नहीं रखता।
वहीं अध्यात्मिक गुरू और ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जग्गी वासुदेव के इस बयान पर विवाद उठने की पूरी संभावना है। कयोंकि भारत का हमेशा से ही दावा रहा है कि दुनियाभर को योग की सौगात भारत ने दी है।