रकिंग: फिटनेस और वर्कआउट का मस्तीभरा मंत्र
रकिंग मॉडर्न युवाओं के लिए फिटनेस का नया फंडा बन गया है। ये वर्कआउट का मस्तीभरा और आसान तरीका है साथ ही इससे वजन भी आसानी से घटाया जा सकता है। सुनने में भले ही आपको कुछ अजीब लगे , लेकिन इन दिनों ये फिटनेस फ्रीक लोगों के बीच खासा पॉपुलर हो रहा है। दरअसल, रकिंग का मतलब होता है अपनी पीठ पर वजन लादकर एक ग्रुप में चलना। यह वजन कम करने में तो मददगार है ही साथ ही शरीर को स्ट्रांग भी बनाता है।
ऐसे करें-
फिटनेस विशेषज्ञ तरूण कुमरावत बताते हैं कि रकिंग को अमूमन ग्रुप में किया जाता है। लेकिन कुछ लोग इसे अकेले करना भी पसंद करते हैं। एक बैग में अपनी क्षमतानुसार वजन डालकर इसे पीठ पर टांग लिया जाता है। उसके एक निश्चित दूरी तक अपनी स्पीड में चला जाता है। इसकी स्पीड को बढ़ाने के लिए ज्यादा वजन डाल सकते हैं। या फिर दूरी भी बढ़ाई जा सकती है। कार्डियोवस्कुलर और वजन कम करने के मकसद से रकिंग सप्ताह में छह दिन बिना रूके आधे घंटे तक करनी चाहिए।
फायदे हैं बहुत-
रङ्क्षकग वर्कआउट का एक मस्तीभरा और आसान तारीका है। चूंकि इसमें सिर्फ पैदल चलना होता है तो किसी खास हुनर की जरूरत भी नहीं होती है। ग्रुप में रकिंग करने से व्यक्ति इंस्पायर होता है। उसे बातचीत करने और हंसने का भी मौका मिलता है जो अपनेआप में ही एक व्यायाम है। इससे शरीर फिट बनता है , मांसपेशिंया मजबूत होती हैं और वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
रकिंग के लिए बैग में चाहिए ये-
एक बेहतरीन बैग पैक और वजन के लिए पानी भरीं बोतलें , किताबें, कोई भारी चीज, पीने के लिए पानी की बोतलख्, आरामदायक कपड़े, वॉकिंग शूज और खुशमिजाज लोगों का ग्रुप रकिंग के लिए जरूरी है।
बॉडी पॉश्चर-
इसके लिए आपका सीधे खड़े होकर चलना जरूरी है। आपको पीठ पर दबाव महसूस नहीं होना चाहिए। पीठ में दर्द या स्लिप डिस्क वालों के लिए यह वर्कआउट वर्जित है। सीधे खड़े होकर अपने कंधों को रिलेकस करने दीजिए। अपने कदम तेज करने के लिए आराम से चलिए। पैर की उंगलियों के बजाए एड़ी के बल चलना चाहिए।
ध्यान रखें ये बातें-
-यदि आपके बैग पैक से आपकी पीठ, गर्दन या कंधों में दर्द हो रहा है, तो तुरंत वजन को कम कर लीजिए। समय के साथ वजन धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं।
– वर्कआउट के बाद स्ट्रैचिंग जरूर करें।
– कंधों के पिछले हिस्से के लिए कुछ व्यायाम अलग से कर सकते हैं।
– यदि आपको कंधे , पैर, जोड़ों या अन्य किसी मांसपेशी में दर्द होने लगे तो कुछ दिन आराम करने के बाद फिर से रकिंग की शुरूआत कर सकते हैं।