हरियाणा में पहली बार लिंगानुपात में गिरावट
हरियाणा राज्य में पहली बार लिंगानुपात में और ज्यादा कमी हुई है। राज्य में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का बेहतर असर दिखाई दिया है। अनुपात पिछले माह से कम हुआ है। मौजूदा आंकड़ों के अनुसार अब 1000 लड़कों पर 950 लड़कियां है। राज्य के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। हरियाणा सबसे ज्यादा लिंगानुपात के लिए मशहूर था, पर आज के समय में ऐसा नहीं रहा है अब लड़कियों के जन्म और उन्हें पढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है ।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हालात बदल रहे है, जिसे यह आंकड़ा बता रहा है। कुछ माह की स्थिति और आज की स्थिति में फर्क है। राज्य के हर शहर हर गांव में बच्चियों की संख्या बढ़ी है। इस दिशा में आगे भी और अधिक काम किया जाएगा, जिससे लड़कियों की संख्या बढ़े।
जिलावार आंकड़ों के अनुसार कैथल, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, भिवानी, जिंद, फतेहाबाद, पंचकुला, रेवारी, अंबाला, मेवात, सोनीपत और फरीदाबाद में मार्च के दौरान जन्म के समय लिंगानुपात क्रम से 864, 863, 893, 893, 893, 896, 898,912,913,921,926, 939 और 947 था। अप्रैल माह में यह अनुपात और कम हो गया है। सभी जगहों पर अनुपात का आंकड़ा कम हो गया है।
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