कभी उजागर किया था करोड़ों का कोयला घोटाला अब बने बीसीसीआई के चेयरमैन
आखिरकार बीसीसीआई को अपना नया अध्यक्ष मिल ही गया। दरअसल सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाते हुए पूर्व कैग ( comptroller and auditor general of india ) विनोद राय को बीसीसीआई का अध्यक्ष नियुक्त किया है। कोर्ट ने राय के अलावा इतिहासकार रामचंद गुहा और विक्रम लिमये को भी प्रशासक नियुक्त किया। इनके अलावा पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर डायना इडुलजी को भी प्रशासकों में शामिल किया है। बता दें कि इसी साल 2 जनवरी को कोर्ट ने बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को इस पद से हटाया था।
इसलिए हटाए गये थे अनुराग ठाकुर और शिर्के
– इन दोनों को बोर्ड में ट्रांसपेरेंसी और जवाबदेही तय करने में फेल रहने पर हटाया गया था।
– सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा था कि ठाकुर और शिर्के ने कोर्ट के 18 जुलाई 2016 के ऑर्डर का पालन नहीं किया।
– सुप्रीम कोर्ट ने ठाकुर से उन आरोपों पर भी जवाब मांगा है, जो सुब्रमण्यम ने उन पर लगाए थे।
– 2 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग ठाकुर को बीसीसीआई प्रेसिडेंट और अजय शिर्के को सेक्रेटरी की पोस्ट से हटा दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने रद्द किया था पहले सुझाए नाम
बीसीसीआई प्रशासक की नियुक्ति के मामले मे 24 जनवरी को हुई सुनवाई में कोर्ट ने एमिकस क्यूरी (न्यायमित्र) अनिल दीवान और गोपाल सुब्रमण्यम के द्वारा सुझाए गए नामों को खारिज कर दिया था। वहीं 20 जनवरी को हुई सुनवाई में एमिकस क्यूरी ने एडमिनिस्ट्रेटर्स के लिए 9 नाम सुप्रीम कोर्ट को सुझाए थे। बता दें कि 2 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों को मानने में आनाकानी करने के कारण बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सेक्रेटरी अजय शिर्के को हटा दिया था. इससे पहले 23 जनवरी को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों को देश की सभी खेल संस्थाओं में लागू करने के लिए केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था।
विनोद राय ने ही पकड़ा था 1.76 लाख करोड़ का घोटाला
– विनोद राय का जन्म 23 मई 1948 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में आर्मी परिवार में हुआ था।
– 1972 बैच के केरल कैडर के आइस अधिकारी विनोद राय ने 35 साल तक प्रशासनिक सेवा में योगदान दिया।
– साल 2008 में प्रशासनिक सेवा से रिटायर होने के बाद उन्हें 7 जनवरी 2008 को भारत का नियंत्रक महालेखा परीक्षक नियुक्त किया गया।
– विनोद राय ने कैग प्रमुख रहते हुए 2जी स्पैक्ट्रम घोटाले में अपनी रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि इस स्पैक्ट्रम में 1.72 लाख करोड़ का घोटाला हुआ है। जिसके बाद देश के दूरसंचार मंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
– साल 2011 में फोर्ब्स मैगजीन ने उन्हें पर्सन ऑफ द ईयर की सूची में रखा।
– दिसंबर 2011 में राय united nation external auditor panel के अध्यक्ष नियुक्त हुए थे।
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