SC ने दिया आसाराम को झटका, नई FIR दर्ज करने का आदेश
यौन उत्पीड़न मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम और उनके समर्थकों को तगड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने सोमवार को आसाराम बापू की मेडिकल ग्राउंड्स पर बेल दिए जाने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। बता देंं कि, आसाराम ने कोर्ट में याचिका लगाकर कहा था कि उनका इलाज केवल आयुर्वेद से ही संभव है और इसके लिए उन्हें केरल में इलाज कराने के लिए जमानत दी जाए।
इतनी बार खारिज हो चुकी है याचिका
सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम बापू की रेप के दो मामलों में जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने आसाराम की ये 11वीं बार जमानत याचिका खारिज की है। नाबालिग से रेप के आरोप में जेल में बंद आसाराम की याचिका की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट से साफ है कि आसाराम की मेडिकल हालत ठीक है और इस आधार पर उन्हें जमानत नहीं मिल सकती।
क्यों दिया नए FIR का आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम को अंतरिम जमानत नहीं देने के अपने पहले के आदेश में बदलाव करने से इनकार करते हुए कहा कि त्वरित अनुरोध विचारयोग्य नहीं है इसलिए इसे खारिज किया जाता है। साथ ही कोर्ट ने कहा कि आसाराम ने हेल्थ से जुड़े फर्जी डॉक्युमेंट्स पेश किया ताकि उसे जमानत मिल सके इसलिए उसपर नई एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। और साथ ही एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
नियमित सुनवाई की याचिका भी खारिज
सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम के खिलाफ राजस्थान में दर्ज यौन उत्पीड़न के मामले में नियमित जमानत की अपील भी खारिज कर दी। बता दें कि इससे पहले राजस्थान सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि आसाराम के वकीलों ने जमानत मामले मे जेल सुपरिंटेंडेट का फर्जी पत्र लगाया है जिसके अनुसार आसाराम की हालत खराब होने की बात बताई गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम पर एम्स के बोर्ड से 10 दिन में जांच रिपोर्ट मांगी थी और जिसे अस्पताल ने दाखिल कर दिया था।
क्यों जेल में बंद है आसाराम
आसाराम बापू पर एक किशोरी ने आसाराम पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जोधपुर के निकट स्थित मनाई गांव में बने आश्रम में उसका यौन उत्पीड़न किया था। तब जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को आसाराम को गिरफ्तार किया था और तभी से वह जेल में है।
- - Advertisement - -