बिहार में बेखौफ अपराधी, फिर हुई पत्रकार की हत्या
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बिहार में एक बार फिर पत्रकार निशाने पर है। बिहार के सासाराम स्थित अमरातलाव में शनिवार को बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े एक पत्रकार की गोली मार कर हत्या कर दी। पत्रकार का नाम धर्मेन्द सिंह बताया जा रहा है और वे दैनिक अखबार के रिपोर्टर थे। पुलिस के अनुसार, शनिवार सुबह जब पत्रकार धर्मेन्द्र अमरातालाब क्षेत्र स्थित एक दुकान पर चाय पी रहे थे, उसी समय अचानक एक बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। जब तक लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही तीनों बदमाश भाग निकले। स्थानीय लोगों की मदद से धर्मेन्द्र को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां पर उनकी स्थिति को देखते हुए वाराणसी रेफर किया गया। लेकिन वाराणसी ले जाने के दौरान ही पत्रकार ने दम तोड़ दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब बिहार में किसी पत्रकार की हत्या की गई हो। इससे पहले भी वहां पर ऐसी वारदात सामने आ चुकी हैं।
-13 मई 2016 को पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या कर दी गई थी। उनकी डेथ बॉडी सीवान के रेलवे स्टेशन पर मिली थी। इस मामले में पुलिस ने 5 शूटरों को अरेस्ट किया था। इसके साथ ही शहाबुद्दीन को आरोपी बनाया गया था। पुलिस को पता चला था कि लड्डन मियां के कहने पर राजदेव को गोली मारी गई थी। लड्डन शहाबुद्दीन का करीबी बताया जाता है। उसने सरेंडर कर दिया था।
इस मामले में पत्रकार रंजन की पत्नी आशा रंजन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने एक बार फिर शहाबुद्दीन को जेल भेज दिया था। फिलहाल इस केस की सीबीआई जांच कर रही है। लेकिन कुछ खास सीबीआई के हाथ नहीं लगा है।
-रंजन से पहले इसी साल झारखंड के चतरा में अपराधियों ने पत्रकार इंद्रदेव यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इंद्रदेव बिहार के बाराचट्टी के धनगाई गांव के रहने वाले थे। इन्द्र देव एक टीवी चैनल के लिए काम करते थे। इस हत्याकांड में नक्सलियों का भी नाम आया था। हालांकि अभी तक झारखंड पुलिस इस केस को अंजाम देने वाले अपराधियों को पकड़ नहीं पाई है। शक के आधार पर कई लोगों को हिरासत में लिया गया था।
-25 अक्टूबर 2015 को गया में पत्रकार मिथिलेश पांडेय की भी गोली मारकर हत्या की गई थी। मिथिलेश पर जिस वक्त गोली चलाई गई थी उस समय वह अपने घर में सोए हुए थे। बता दें कि मिथिलेश एक दैनिक अखबार के लिए काम करते थे।
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