जंक फूड से बढ़ रही बीमारियां, टीवी शो के दौरान जंक फूड एड्स पर लगेगी रोक
बच्चों की लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल गई है। हेल्दी फूड की जगह जंक और फास्ट फूड ने ले ली है। बच्चे इस कदर इनका सेवन कर रहे हैं कि उनके शरीर को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। यहां तक की कम उम्र में ही बच्चे डायबिटीज, ओबेसिटी और कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। इन सभी बातों पर गौर करते हुए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने बच्चों में बढ़ती इन समस्याओं से निपटने के लिए अधिक मात्रा में चीनी, फैट और चटपटे खाद्य पदार्थों पर ज्यादा टैक्स लगाने का प्रस्ताव दिया है। इसके साथ ही बच्चों के टीवी शो के बीच दिखाए जाने वाले जंक फूड्स के एड्स पर भी रोक लगाने की सिफारिश की है।
ऑथारिटी का कहना है कि ऐसे एड्स से बच्चे जंक फूड्स की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं, इसलिए इन पर रोक लगाना जरूरी है। आपको बता दें कि बच्चों में खानपान को लेकर प्राधिकरण ने 11 सदस्यीय समिति का गठन किया था , जिसमें देश के टॉप रिसर्च सेंटर और हेल्थ से जुड़े एक्सपट्र्स को शामिल किया गया था।
इन बातों पर समिति ने दिया जोर-
– समिति ने खाद्य पदार्थों के लेबल पर कुल कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, चीनी, वसा, फाइबर, सोडियम ट्रांसफैट आदि की मात्रा का उल्लेख अनिवार्य रूप से अंकित करने पर जोर दिया है।
– समिति चाहती है कि पौष्टिकता का ध्यान रखते हुए ऐसे खाद्य पदार्थों को सर्व करने चाहिए जिनमें कार्बोहाइड्रेट से 60-70 प्रतिशत ऊर्जा, प्रोटीन से 10-12 प्रतिशत और फैट से 20-30 प्रतिशत एनर्जी मिल सके।
– खानपान में चीनी के मिश्रण से केवल दस प्रतिशत एनर्जी मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
– साधारण चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट के प्रयोग को कम किया जाना चाहिए।
समिति ने कहा है कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माने जाने वाले खाद्य वस्तुओं पर ज्यादा टैक्स लगाने से इसके प्रति लोगों का आकर्षण कम होगा और लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। ऐसा इसलिए क्यों कई बार खाद्य पदार्थों में स्वाद बढ़ाने के लिए कुछ ऐसी चीजों का उपयोग किया जाता है, जिसकी ज्यादा मात्रा स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है।
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