JNU में मोदी का पुतला जलाने वालों को NSUI का नोटिस
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नई दिल्ली। एक बार फिर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू कैंपस सुर्खियों में है। जहां एक ओर पूरे देशभर में दशहरे पर रावण के रूप में नवाज़ शरीफ, हाफिज सईद और राहिल शरीफ के पुतले जलाए गए वहीं जेएनयू कैंपस में पीएम नरेन्द्र मोदी का पुतला जलाया गया है। रावण के 10 सिर माने जाते हैं। यहां बाकी नौ सिरों की जगह अमित शाह, रामदेव, नाथूराम गोडसे, आसाराम, महंत आदित्यनाथ, और साध्वी प्राची आदि के चेहरे लगाए गए थे। इस दौरान स्टूडेन्ट्स ने मोदी और बाकी चेहरों के खि़लाफ़ जमकर नारेबाजी भी की।
माफी मांगे सोनिया गांधी
वहीं, इस मामले को लेकर सियासी घमासान भी मच गया है। जी हां बीजेपी ने मांग की है कि सोनिया गांधी इसके लिए माफी मांगे। इसके साथ ही बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने केस दर्ज करने की मांग की है। भाजपा नेता नलिन कोहनी से इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसा काम समाज में दरार पैदा करने वाला है। बवाल के बाद जेएनयू कुलपति प्रो. एम जगदीश ने ट्वीट कर बताया है कि मामले में जांच बैठा दी है।
छात्रों का आरोप लगातार झूठ बोल रहे हैं मोदी
यह पुतला जेएनयू कैंपस के पास स्थित सरस्वती ढाबे के नजदीक जलाया गया। छोत्रों का कहना ह कि इन्हें बुराइयों के प्रतीक के रूप में मानकर ऐसा किया गया। पुलता दहन से पहले एनएसयूआइ के नेता सनी धीमान ने छोत्रों को संबोधित किया था। जेएनयू के छात्रों का आरोप है कि पीएम नरेन्द्र मोदी लगातार झूट बोल रहे हैं। जेएनयू में प्रेसिडेंट कैंडिडेट रह चुके सनी धीमान ने कहा, मोदी कहते हैं दलितों को मत मारो, मुझे मारो। क्या देश में कानून का राज नहीं है?’’ आगे धीमान ने कहा, ’’हमने जुमलों, झूठ और फरेब के रावण का पुतला फूंका है। हम बीजेपी की तरह नहीं जो मनमोहन सिंह को गालियां देते थे, पीएम पद का सम्मान करते हैं इसलिए उन्हें मोदीजी बुलाते हैं।’’
इसीलिए चुना दशहरे का दिन
धीमान ने बताया कि , ’‘वीसी के जरिए जेएनयू में मुस्लिम स्टूडेंट्स को निशाना बनाया जा रहा है। हमने विरोध के लिए विजयादशमी का दिन चुना, क्योंकि इसी दिन बाबा साहब अंबेडकर ने नागपुर में बौद्ध धर्म अपनाया था।’’ ग़ौरतलब है कि जेएनयू कैंपस फरवरी में विवादों में रहा था। जेएनयू के कुछ स्टूडेन्ट्स ने कल्चरल इवेंट नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। जिसमें उन्होंने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के को-फाउंडर मकबूल भट की याद के पक्ष में नारे लगाए थे। जिसके बाद लेफ्ट-एबीवीपी स्टूडेंट्स के बीच झड़प भी हुई थी। बता दें कि नारेबाजी का वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने जेएनयू स्टूडेंट लीडर कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्वान समेत कुछ लोगों को देशद्रोह के आरोप में अरेस्ट किया गया था। हालांकि बाद में इन्हें कुछ शर्तों के साथ छोड़ दिया गया था।
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