अब वोटर्स को नहीं धमका पाएंगे कैंडीडेट
चुनाव प्रक्रिया को ज्यादा बेहतर बनाने के लिए सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। बूथ लेवल पर किसने कितने वोट दिए इस राज को राज ही बनाए रखने और वोटर्स को उत्पीडऩ से बचाने के लिए चुनावों के बूथवर नतीजे घोषित करने की परंपरा को अब बंद कर दिया जएगा।
इस पहल के तहत “टोटेलाइजर मशीनों” का इस्तेमाल किया जाएगा। इन मशीनों के जरिए हर चुनाव द्वोत्र में विभिन्न ईवीएम में दर्ज वोटों को मिला दिया जाएगा। ऐसा होने पर वोटरों को चुनाव से पहले धमकाए जाने , चुनाव के बाद परेशान किए जाने या वोटिंग पैटर्न के आधार पर प्रत्याशियों के वोटरों से बदला लेने या उन्हें फायदा पहुंचाने की कोशिशों को रोका जा सकेगा।
इस प्रस्ताव को सबसे पहले चुनाव आयोग ने 2008 में पेश किया था। ईवीएम से पहले जब मतपत्रों के के जरिए भी वोटों की गिनती होती थी तो उन्हें आपस में मिला दिया जाता था। बूथवार वोटिंग पैटर्न जानकर प्रत्याशी या पार्टी वोटरों को धमका न सके , इसके लिए ये व्यवस्था की गई है।