सिंहस्थ में श्रद्धालुओं को मिलेगी ये उपचार सुविधाएं
सिंहस्थ 2016 में उज्जैन आने वाले लगभग पांच करोड़ श्रद्धालुओं की व्यवस्था एक चुनौती के समान ही है ओर सबसे बड़ी चुनौती है उपचार। प्रशासन द्वारा उपचार की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इसके लिए झोन एवं सेक्टरवार कार्य योजना स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार की गई है। सिंहस्थ 2016 के दौरान 550 मेडिकल ऑफिसर तैनान होंगे। साथ ही प्रत्येक झोन का प्रभारी, एक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रहेगा। इसके अलावा 979 पैरा मेडिकल स्टाल लगाया जावेगा। सिंहस्थ में कुल 2091 स्वास्थ्यकर्मी अपनी सेवायें देंगे। इसके अलावा भी यह होंगी सुविधाएं…
तत्काल प्राथमिक उपचार
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एन.के.त्रिवेदी ने बताया कि सिंहस्थ 2016 की तैयारियों को देखते हुए स्वास्थ विभाग द्वारा व्यापक कार्य योजना बनाई गई है। शिप्रा नदी के किनारे सभी प्रमुख घाटों पर प्राथमिक उपचार की सुविधा युक्त 10 चिकित्सा टीम तैनात रहेगी। आपात स्थिति में यह टीम संबंधितों को तत्काल प्राथमिक उपचार प्रदान कर नजदीकी अस्थायी चिकित्सालय के लिए रैफर करेंगे। इसके अलावा सभी सेक्टरों व सेटेलाईट टाउन पर छह बेड की अस्थायी डिस्पेंसरी मय रोगी वाहन, मानव संसाधन उपकरण आदि से सुसज्जित स्थापित की जायेगी। मेला क्षेत्र के आस-पास शहर के कुल आठ शासकीय एवं निजी चिकित्सालायों को बेस हॉस्पिटल के रूप में स्थापित किया जाकर अतिरिक्त पंलगों की व्यवस्था की जायेगी।
एपीडीमियोलॉजिस्ट
सिंहस्थ 2016 के तहत उज्जैन बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं एवं गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा महामारी नियंत्रण के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रत्येक दो झोन पर एक एपीडीमियोलॉजिस्ट की तैनाती की जाएगी, जो सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में तैनात चिकित्सकों से समन्वय कर महामारी नियंत्रण के संबंध में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।
मोबाईल डिस्पेंसरी व अधिकारी
सिंहस्थ 2016 के मद्देनजर मरीजों को पर्याप्त एवं त्वरित उपचार सुविधा मुहैया कराने हेतु प्रत्येक झोन में एक-एक बीस बिस्तरीय अस्थाई हॉस्पिटल, एक-एक मोबाईल डिस्पेंसरी, 10 प्राथमिक उपचार दल 13 खाद्य सुरक्षा अधिकारी व छह जिला मलेरिया अधिकारी तैनात किये जायेंगे। डिस्पेंसरी 24 घंटे चालू रहेगी। उनके लिए स्वीकृत अमले की उपस्थिति आवश्यक औषधियां, उपकरण, औजार एवं रोगी वाहनों की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।
मलेरिया के लिए 984 शासकीय सेवक
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में मलेरिया नियंत्रण के लिए भी प्रभावी उपाय सुनिश्चित किये जायेंगे। मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पृथक से अमला तैनात किया जायेगा। प्रत्येक झोन में एक-एक जिला मलेरिया अधिकारी छह-छह मलेरिया निरीक्षक, दो-दो लैब टेक्निशीयन 18-18 हैल्प सुपर वाईजर, 80-80 मलेरिया वर्कर, दो-दो कीट संग्रहक, 12-12 सुपीरियर फील्ड वर्कर व 60-60 फील्ड वर्कर सहित इस तरह कुल 984 शासकीय सेवक इस काम में लगाये जायेंगे।
फागिंग मशीन
सिंहस्थ मेला क्षेत्र एवं उज्जैन शहर में मेला अवधि के दौरान मच्छरों को भगाने की भी व्यवस्था की गई है। शहरी क्षेत्र के लिए 10 फागिंग मशीन मेला क्षेत्र व सेटेलाईड क्षेत्र के लिए भी 10 फागिंग मशीन कार्यशील रहेगी। इसीतरह शहरी क्षेत्र में 220 हैण्डस्प्रे मशीन एवं मेला क्षेत्र व सेटेलाइट टाउन के लिए 230 हैण्डस्प्रे मशीन तथा 30 मास्किटों कीलींग मशीनों का उपयोग भी किया जायेगा।
|