Friday, August 18th, 2017
Flash

रामायण की 21 चीजें जो धरती पर आज भी मौजूद हैं




11. विशालकाय हाथी

hanthi

रामायण के सुंदर कांड अध्याय में लिखा है कि लंका की रखवाली एक विशालकाय हाथी करता था। जिन्हें हनुमान जी ने अपने एक प्रहार से धराशाही किया था। पुरातत्व विभाग को श्रीलंका में ऐसे ही हाथियों के अवशेष मिले हैं जिनका आकार आज के हाथियों से बहुत ज्यादा था।

12. कोंडा कट्टू गाला

konu-golu

हनुमान जी के लंका जलाने के बाद रावण भयभीत हो गया था। उसे यह भय सताने लगा था कि हनुमान जी फिर से हमला न कर दें। रावण ने सीता जी को अशोक वाटिका से हटा कर कोंडा कट्टू गाला में रखा था। पुरातत्व विभाग को यहां कई ऐसी गुफाएं मिली हैं जो रावण के महल तक जाती थीं।

13. रावण का महल

ravan-s-pailace

रामायण मे वर्णन है की रावण सोने की लंका में रहता था जिसे हनुमान जी ने जलाया था। पुरातत्व विभाग को श्रीलंका में एक महल मिला है जिसे रामायण काल का ही बताया जाता है।

14. कालानियां

kailaniya

राम द्वारा रावण का वध करने के पश्चात विभीषण को लंका का राजा बनाया गया था। विभीषण ने अपना महल कालानियां में बनाया था। यह कैलानी नदी के किनारे स्थित था। नदी के किनारे पुरातत्व विभाग को उस महल के अवशेष मिले हैं।

15. लंका के अवशेष

lanka-ke-awses

रामायण में लंका दहन का वर्णन है। हनुमान जी ने पूरी लंका मे अपनी पूंछ से आग लगा दी थी। जिसके प्रमाण उस जगह से मिलते हैं। जलने के बाद उस जगह की मिट्टी काली हो गई है।

16. दिवूरमपोला

divooram-pola

रावण से सीता को बचाने के बाद भगवान राम ने उन्हें अपनी पवित्रता साबित करने को कहा था। पवित्रता प्रमाणित करने के लिए सीता जी ने अग्नि परीक्षा दी थी। आज भी उस जगह पर वो पेड़ मौजूद है जिसके नीचे सीता जी ने अग्नि परीक्षा दी थी।

17. रामलिंगम

ramlinga-temple

रावण को मारने के बाद भगवान राम पर ब्रम्ह हत्या का पाप चढ़ा था। ब्रम्ह हत्या के पाप को उतारने के लिए उन्होंने भगवान शिव की आराधना की थी। भगवान शिव ने उन्हें चार शिवलिंग बनाने के लिए कहा। एक शिवलिंग सीता जी ने बनाया जो रेत का था। दो शिवलिंग हनुमान जी कैलाश से लेकर आए थे। एक शिवलिंग भगवान राम ने अपने हाथ से बनाया था जो आज भी उस मंदिर में हैं।

18. जानकी मंदिर

janki-mandir

नेपाल के जनकपुर शहर में जानकी मंदिर है। रामायण मे सीता माता के पिता का नाम जनक था। उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम जनकपुर रखा गया था। सीता माता को जानकी के नाम से भी जाना जाता है। उन्हीं के नाम पर इस मंदिर का नाम जानकी मंदिर है।

19. पंचवटी

panchavati

नासिक के पास आज भी पंचवटी तपोवन है। अयोध्या से वनवास काटने के लिए निकले भगवान राम माता सीता और लक्ष्मण यहीं रुके थे। यहीं लक्ष्मण ने सूर्पणखा की नाक काटी थी।

20. कोणेश्वरम मंदिर

konareswar

रावण भगवान शिव का परम भक्त था। भगवान शिव के इस मंदिर की स्थापना रावण ने करवाई थी। यह दुनिया का इकलौता मंदिर है जहां भगवान से अधिक रावण की आकृति बनी हुई है। इस मंदिर में बनी एक आकृति में रावण के दस सिरों को दिखाया गया है।

21. गर्म पानी के कुएं

kund

कोणेश्वरम मंदिर के निर्माण के दौरान रावण ने वहां गर्म पानी के कुंड भी बनवाए थे। मंदिर मे आज भी गर्म पानी के वो कुंड मौजूद हैं जो राम रावण और रामायण की अमर गाथा को सत्य प्रमाणित करते हैं।

ख़बर अच्छी लगी हो तो शेयर जरूर करें।

Sponsored



Follow Us

Youthens Poll

‘‘आज़ादी के 70 साल’’ इस देश का असली मालिक कौन?

Young Blogger

Dont miss

Loading…

Related Article

No Related

Subscribe

यूथ से जुड़ी इंट्रेस्टिंग ख़बरें पाने के लिए सब्सक्राइब करें

Subscribe

Categories