मोदी ने पूर्व PM अटल को दी जन्मदिन की बधाई,शेयर किया वीडियो
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नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न से सम्मानित अटल बिहारी वाजपेयी आज यानी 25 दिसंबर को अपना 92वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है। साथ ही मोदी ने ट्विटर पर लिखा है कि, अटलजी के नेतृत्व और उनकी सेवा का भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। उनका महान व्यक्तित्व हमारे लिए बहुत मायने रखता है।
मोदी ने वीडियो ट्वीट कर दी बधाई
एक और ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा, ‘’हमारे सबसे प्यारे और सम्मानित अटल जी को जम्मदिन की बधाई। मैं उनकी दीर्घआयु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। पीएम ने अटल बिहारी वाजपेयी की वीडियो भी ट्वीट की है जिसमें वह बहुत ही सादगी से पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। मोदी ने लिखा है, ”अटलजी जब एक पार्टी कार्यकर्ता से मिलते हैं तो देखिए उनकी सहजता. अटलजी का यह दुलार और सहजता हम सहेज कर रखे हुए हैं।”
मध्य प्रदेश में हुआ था जन्म
बता दें कि आज 92 साल पूरे करने वाले अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर, मध्य प्रदेश के निम्न मध्यर्गीय परिवार में हुआ। अटल को बचपन से ही साहित्यकार और पत्रकार बनने की तमन्ना थी। उनकी स्कूली शिक्षा बड़नगर के गोरखी विद्यालय में हुई। बड़नगर में ही उनके पिता टीचर थे। कॉलेज की पढ़ाई के लिए अटल ने चुना ग्वालियर का विक्टोरिया कॉलेज। यहीं पढ़ते हुए चालीस के दशक की शुरूआत में अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे और भारत छोड़ो आंदोलन में जेल भी गए थे। ग्वालियर शहर में हिंदू महासभा का दबदबा था और नौजवान अटल बिहारी वाजपेयी की हिंदू तन मन हिंदू जीवन…रग रग हिंदू मेरा परिचय कविता उसी वक्त ग्वालियर शहर में मशहूर हो चुकी थी।
पत्रकारिता में करियर शुरु किया
पढ़ाई पूरी करने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने पत्रकारिता में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने राष्ट्र धर्म, पांचजन्य और वीर अर्जुन का संपादन किया। 1951 में वो भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य बने। अपनी कुशल वाक शैली से राजनीति के शुरुआती दिनों में ही उन्होंने रंग जमाना शुरु कर दिया। अटल बिहारी ने साल 1957 में बलरामपुर (गोण्डा, उत्तर प्रदेश) से चुनाव जीत कर पहली बार संसद पहुंचे। जिसके बाद वो मोरारजी देसाई सरकार में 1977-1979 तक भारत विदेशमंत्री भी रहे।
पत्रकार से बने प्रधानमंत्री
अपने राजीनित जीवन को आगे बढ़ाते हुए अटल बिहारी वाजपेयी साल 1980 में बनी भारतीय जनता पार्टी के पहले अध्यक्ष भी रहे। अटल बिहारी वाजपेयी अपने कार्यकाल में नौ बार लोकसभा के लिए, दो बार राज्यसभा के लिये भी निर्वाचित हुए। अटल बिहारी वाजपेयी साल 1996 में पहली बार 13 दिनों के लिए भारत के प्रधानमंत्री बने। इसके बाद 1998 में अटल बिहारी को एक बार फिर पीएम बनने को मौका मिला लेकिन इस बार उनकी सरकार 13 महीने ही चल पाई। लेकिन इसके बाद साल 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने अपना 5 सालों का पूरा कार्यकाल किया।
पद्म विभूषण और भारत रत्न से नवाजे गए अटल
उनके राजनीतिक करियर में परमाणु टेस्ट (ऑपरेशन शक्ति), लाहौर शिखर सम्मेलन और 1999 में हुआ कारगिल युद्ध जैसी घटनाएं अहम रही। अटल जी को 1992 में पद्म विभूषण सम्मान से भी सम्मानित किया गया जबकि 2015 में नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें भारत रत्न से नवाज़ा।
देखें मोदी द्वारा ट्वीट किया गया वीडियो
See what Atal ji does when he meets a party Karyakarta. This simplicity and warmth of Atal ji we all cherish, pic.twitter.com/qhw7W27MWS
— Narendra Modi (@narendramodi) December 25, 2016
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