206 करोड़ के घोटाले में मंत्री पंकजा मुंडे को मिली क्लीन चिट
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लम्बे समय से विवादों में रही महाराष्ट्र की वुमन एंड चाइल्ड वेलफेयर मिनिस्टर पंकजा मुंडे को बुधवार को एक बड़ी राहत मिली। दरअसल, महाराष्ट्र एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) ने 206 करोड़ के चिक्की घोटाले में उन्हें क्लीन चिट दे दी है। एसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, ”पंकजा के ख़िलाफ़ आरोपों को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं मिला।”
बता दें कि इससे पहले इस मामले में पंकजा को बॉम्बे हाईकोर्ट से भी क्लीन चिट दी गई थी। लेकिन विपक्ष इस बात से संतुष्ट नहीं था। इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने एसीबी से जांच करने की गुहार की थी।
ये है चिक्की घोटाला?
-दरअसल, पंकजा पर आदिवासी बच्चों के स्कूल के लिए चिक्की, कालीन, बर्तन, किताबें, नोटबुक्स, वॉटर फिल्टर और अन्य सामानों की खरीदी का करीब 206 करोड़ रुपए का ठेका नियमों को नजरअंदाज कर जारी करने का आरोप था।
-इन आरोप के बाद पंकजा विवादों से घिर गई थी। पंकजा पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा था कि पंकजा के डिपार्टमेंट ने कुछ खास ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए एक ही दिन में 24 सरकारी आदेश जारी कर दिए।
-इतना ही नहीं पंकजा पर ये भी आरोप था कि उन्होंने अपनी पसंद की कम्पनियों से बच्चों के खाने का सामान खरीदा था और जो खरीददारी हुई उसका कोई टेन्डर भी नहीं भरा गया।
-बता दें कि नियमों के अनुसार अगर कोई भी मिनिस्ट्री एक लाख से अधिक की खरीदारी करती है तो उसे पहले टेंडर भरना पड़ता है।
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