देशद्रोह के आरोपी उमर खालिद ने भारत के खिलाफ उगला जहर
- - Advertisement - -
नई दिल्ली। देशद्रोह के आरोपी व जेएनयू के स्टूडेंट उमर खालिद ने फेसबुक पोस्ट पर विवादस्पद बयान दिया है। जी हां उन्होंने आतंकी बुरहान वानी को क्रांतिकारी बताकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। दरअसल जेएनयू के स्टूडेंट उमर खालिद ने कश्मीर में मारे गए आतंकी बुरहान वानी की तुलना मार्क्सवादी क्रांतिकारी चे ग्वेरा से की है।
ये है उमर का विवादस्पद बयान
उमर ने फेसबुक अकाउंट पर लिखा कि, चे ग्वेरा ने कहा था अगर मैं मर जाऊं और कोई दूसरा मेरी बंदूक उठाकर गोलियां चलाता रहे तो मुझे परवाह नहीं लेकिन ऐसे ही शब्द बुरहान वानी के भी रहे होंगे। बुरहान मौत से नहीं डरता था, वो ऐसी जिंदगी से डरता था जो बंदिश में जी जाए। उसने इसका विरोध किया। वो आज़ाद जिया और आज़ाद मरा। कश्मीर पर कब्ज़े का खात्मा हो। भारत, तुम उन लोगों को कैसे हराओगे जिन्होंने अपने डर को हरा दिया है। हमेशा ताकतवर रहो बुरहान। कश्मीर के लोगों के साथ पूरी सहानुभूति।
कौन था आतंकी बुरहान
साउथ कश्मीर के त्राल का रहने वाला था बुरहान। वो 2010 में 15 साल की उम्र में आतंकी बना था। साथ ही बुरहान ने साउथ कश्मीर के कई पढ़े-लिखे युवाओं को आतंक की दुनिया के लिए प्रेरित किया था। इतना ही नहीं वो कश्मीरी युवा को प्रेरित करने के लिए वह फेसबुक-वॉट्सऐप पर वीडियो और फोटो पोस्ट करता था।
JNU के स्टूडेंट है उमर
गौरतलब है कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्टूडेंट उमर खालिद देशद्रोह का आरोपी है। उमर पर 9 फरवरी की रात कैंपस में संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की बरसी मनाने के साथ ही उसके समर्थन और देश के विरोध में नारे लगाने के आरोप हैं। उसने पुलिस के सामने खुद सरेंडर किया था। हालांकि बाद में उसे जमानत पर छोड़ दिया था लेकिन केस अभी चल रहा है।
उमर खालिद का फेसबुक पोस्ट
- - Advertisement - -