GST क्या है, किन चीजों पर है, कैसे रजिस्ट्रेशन किया जाए, इन सभी बातों को लेकर लोग अब भी कंफ्यूज्ड हैं। छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा कारोबारी जीएसटी प्रोसेस को लेकर चिंतित है। कहने को जीएसटी लागू हुए 6 दिन हो चुके हैं लेकिन अभी भी इसे लेकर कारोबारियों और देश की आम जनता के बीच कई दुविधाएं और सवाल हैं। लोगों की इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए ऐसे में सरकार ने मीडिया सेंटर पर जीएसटी की मास्टर क्लास शुरु कर रहा है।
यह मास्टर क्लास 6-12 जुलाई तक चलेगी। इसे सरकारी टेलीविज़न दूरदर्शन पर दिखाया जाएगा। सरकार की कोशिश इस कार्यक्रम के जरिए जीएसटी से जुड़ी समस्याओं को दूर करने की होगी। जीएसटी के बारे में लोगों की परेशानियों और समस्याओं की सुनवाई के लिए सरकार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। इन्हीं कोशिशों के क्रम में, सरकार ने कॉल सेंटर भी शुरु किया है जिस पर सरकार का दावा है कि हर रोज़ 10,000 फोन कॉल रिसीव किए जा रहे हैं। जीएसटी नेटवर्क के चेयरमेन नवीन कुमार ने बताया कि जीएसटीएन ट्रेडर्स और आयकर दाताओं के जीएसटी से जुड़ी प्रश्नों की जानकारी से जुड़ी रोज़ाना करीब 10 हज़ार फोन कॉल रिसीव कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘हमारे कॉल सेंटर अधिकारी सभी प्रश्नों का जवाब दे रहे हैं और सभी को जीएसटी में इस्तेमाल करने में मदद कर रहे हैं। यह कॉल सेंटर नोएडा से काम कर रहा है और लगभग 400 अधिकारियों की टीम जानकारी संबंधी कॉल्स को संभाल रही है। जीएसटी रोलआउट के बाद जीएसटी नेटवर्क 1 जुलाई से वित्त मंत्रालय से अलग कार्यभार संभाल चुका है। जीएसटीएन ने दो नई सेवाओं के लिए रजिस्ट्रेशन शुरु किया है, यह है इनपुट सर्विस डिस्ट्रीब्यूटर (ISD) और कंपोसिशन स्कीम।
इसके तह्त रजिस्ट्रेशन के लिए अब तक जीएसटीन को 3.5 आवेदन मिल चुके हैं जिसमें से अब तक 45 हज़ार आवेदनों का पंजीकरण किया जा चुका है। कुमार ने कहा, ‘अगर टैक्स अधिकारियों के पास आवेदन के खिलाफ कोई प्रश्न नहीं है, तो उनका पंजीकरण तीन दिनों के भीतर स्वीकृत होना माना जाता है’।