इस साल भारत समेत कई देशों को रेनसमवेयर, ग्लोबल साइबर हमले से जूझना पड़ा हो, लेकिन ये एक अकेला क्राइम नहीं है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बल्कि भारत में 2017 में बढ़े साइबर क्राइम के मामले को देखकर आपको हैरत होगी कि भारत में हर 10 मिनट में हो रहे साइबर क्राइम किस तरह लोगों को अपनी चपेट में ले रहे हैं।
दरअसल, भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। यही वजह है कि अब भारत में साइबर क्राइम के मामले हर दिन बढ़ रहे हैं। जानकर हैरत होगी कि भारत में हर दस मिनट में एक साइबर क्राइम को अंजाम दिया जाता है। एक रिपोर्ट की मानें तो 2017 के पहले छह महीनों में हर दस मिनट में कम से कम एक साइबर क्राइम जरूर हुआ है। यह आंकड़ा 2016 के मुकाबले बढ़ गया है। बता दें कि 2016 में जारी हुई एक रिपोर्ट के अनुसार साल में हर 12वें मिनट पर एक साइबर क्राइम होता था, लेकिन इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल से फ्रॉड करने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है, ऐसे में साइबर क्राइम का आंकड़ा और बढ़ता जा रहा है। ये रिपोर्ट इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम के द्वारा जारी की गई है। रिपोर्ट की मानें तो जनवरी से लेकर जून तक 27, 482 मामले साइबर क्राइम को लेकर दर्ज किए गए हैं
एक्सपर्ट्स के मुताबिक भारत में इंटरनेट से जुड़ते लोगों की बढ़ती हुई संख्या के कारण साइबर क्राइम्स को होने से पहले ही पहचानना और रोकना बहुत जरूरी है। पिछले साढ़े तीन सालों में भारत में 1.71 लाख साइबर क्राइम हुए हैं। इस साल साइबर अपराध के मामलों में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है। अगर आंकड़ों पर नजर डाले तो इस साल के अंत तक 2017 में साइबर क्राइम की संख्या बढ़कर 50 हजार पहुंच जाएगी।
इस मामले में साइबर एक्सपट्र्स कहते हैं कि भारत में जिस तेजी से इंटरनेट का यूज बढ़ रहा है , साइबर क्राइम भी उतनी ही तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में इसे रोकने के लिए किसी मजबूत ढंाचे तैयार करने की जरूरत है। केवल सरकार के कदम उठाने से कुछ नहीं होगा बल्कि संस्थानों को विशेषज्ञ टीम का गठन करना चाहिए, तभी इन मामलों पर लगाम लग पाएगी।
साइबर क्राइम एक्सपर्ट रक्षित टंडन कहते हैं कि साइबर क्राइम के लिए सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। भारत में जलसाजी और साइट को बिगाडऩे जैसी बातें तो होती रहती हैं, लेकिन रैनसमवेयर ने सबको हैरान कर दिया। इसमें तो पूरी तरह पैसों की मांग की गई थी, जिसका असर कंपनियों में काम करने वाले लोगों पर पड़ा, ये वाकई एक बहुत बड़ी घटना थी, लेकिन आए दिन जो साइबर क्राइम भारत में हो रहा है, उसके लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। साथ ही पुलिस को भी अपना रवैया बदलना चाहिए। इसके लिए अलग से एक सैल शुरू की जानी चाहिए। आज भी ऐसे कई मामले हैं, जिन पर कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण साइबर अपराधी खुलेआम अटैक कर रहे हैं। उनका कहना है कि ‘साइबर सुरक्षा को गंभीरता से लेने की जरूरत है।’