इरफान का बयान, खरीदे बकरों की कुर्बानी से दुआ कबूल नहीं होती
कुछ दिनों पहले ही इरफान ने खान ने अपनी अपकमिंग मूवी ‘मदारी’ के पोस्टर को लेकर कहा था कि रजनीकांत की अपकमिंग मूवी ‘कबाली’ का पोस्टर उनकी मूवी से कॉपी किया गया है। हाल ही में ‘मदारी’ फिल्म के प्रमोशनल इवेंट में उन्होने फिर से एक कॉन्ट्रोवर्शियल स्टेटमेंट दिया हैं। उन्होने कहा है कि ईद पर कुर्बानी का मतलब ये नहीं कि दो बकरों की कुर्बानी दी जाएं। वे यहां भी नहीं रूके और उन्होने ईद को लेकर कई बातें कहीं है।
क्या कहा इरफान ने
इरफान ने कहा है कि कुर्बानी का मतलब अपनी कोई अजीज चीज कुर्बान करना होता हैं। ये नहीं कि बाजार से आप कोई दो बकरे खरीद लाएं और उन्हे कुर्बान कर दिया जाए। आपको उन बकरों से कोई लेना-देना नहीं है तो वो कुर्बानी कहां से हुई? इससे कौन-सी दुआ कुबूल होती है? हर आदमी अपने दिल से पूछे कि किसी और की जान लेने से उसको कैसे पुण्य मिल जाएगा?“
त्यौहारों का मतलब समझें
उन्होने आगे ये भी कहा कि हम जो त्यौहार मना रहे है पहले उसका मतलब हमें दोबारा समझना होगा। हमे समझना चाहिए कि ये त्यौहार किस उद्देश्य के साथ बनाएं गए है। सौभाग्य है कि ऐसे देश में रह रहा हूं जहां हर धर्म का सम्मान होता है।
सेलिब्रिटीज को न समझे महान
पिछले दिनों सलमान के कमेंट पर उन्होने कहा कि सेलेब्रेटी को महान आत्मा ना समझे, सेलेब्रिटी भी इंसान ही होते है। उनसे भी गलती हो सकती । उन्हे सीरियसली नहीं लेना चाहिए। अपना हीरो उन्हें बनाएं जो बिना स्वार्थ के कुर्बानी देकर लोगों की मदद करे।
पॉलिटिक्स से जोड़ा मदारी को
इरफान ने अपनी मूवी की चर्चा करते हुए मंत्रीयों पर निशाना साधा उन्होने कहा कि जिस तरह मदारी डमरू बजाकर वादा करता था कि सांप और नेवले की लड़ाई दिखाएगा पर कभी दिखाता नही था। ऐसे ही वादे नेता करते है जो कभी पूरे नही कर पाते है। इरफान ने कहा कि जो लोग इस्लाम को बदनाम करते हैं या आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हैं, उनके खिलाफ फतवा जारी होना चाहिए।
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