छुक-छुक करती रेलगाड़ी में हम कितना लंबा सफर कर लेते हैं और पता भी नहीं चलता। एक शहर से दूसरे शहर, एक गांव से दूसरे गांव बिना किसी परेशानी के ये हमे अपनी मंजिल तक पहुंचा देती है और बदले में एक मामूली सा किराया लेती है। रेलगाड़ी हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है लेकिन ये अपने अंदर कई राज़ भी समेटे है जिन्हें आम आदमी जानना चाहता है, ऐसे एक राज के बारे में हम आपको बताने वाले हैं…
कुछ दिनों पहले ही इंदौर-पटना एक्सप्रेस के भयानक एक्सीडेंट ने सबको हिला दिया था। इस हादसे में रात के तीन बजे सोते हुए कितने ही लोग सोते ही रह गए। उन्हें क्या पता था कि इस ट्रेन में उनकी मौत उनका इंतज़ार कर रही थी। ट्रेन में हादसे तो होते ही रहते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल 6 ट्रेन हादसे हुए जिसमें इंदौर-पटना एक्सप्रेस साल का सबसे बड़ा हादसा था।
इंदौर-पटना एक्सप्रेस के साथ हुए हादसे की क्या वजह थी इस बात को लेकर कई लोग अपनी-अपनी राय दे रहे हैं। कुछ लोगों ने इसे रेल्वे की लापरवाही तो कुछ ने कुदरत का कहर बताया है। इस हादसे में लगभग 150 से ज़्यादा लोगों के मारे जाने की ख़बरें मीडिया में आई थी हालांकि इस हादसे के बाद रेल्वे विभाग और भी ज़्यादा सतर्क और सचेत हो गया है।
अब हम बात करते हैं ट्रेन के उस राज के बारे में जिसके बारे में हम आपको बताने वाले थे। दरअसल आपने ट्रेनों में देखा होगा कि आजकल ट्रेन के कोच दो तरह के आने लगे हैं, पहला तो नीले रंग के कोच जिनमें आप आमतौर पर सफर करते हैं लेकिन एक कोच आपने और देखें होंगे जो सिल्वर और लाल रंग के होते हैं क्या आप जानते हैं कि दोनों में क्या अंतर है और दोनों का क्या उपयोग है। नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं यहां हम आपको दोनों के बारे में पूरी जानकारी देंगे। नेक्सट पेज पर पढ़ें पूरी स्टोरी…