गुरूग्राम के रयान इंटरनेशनल स्कूल की घटना ने हर तबके के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। हर अभिभावक के मन में चिंता का प्रश्न है कि अगर हमारे बच्चे स्कूल जैसे जगह पर सुरक्षित नहीं है, तो कहां सुरक्षित होंगे। और यह प्रश्न जायज भी है कि अगर बच्चा स्कूल जैसी जगह पर सुरक्षित नहीं है, तो कहां पर होगा। इस जघन्य हत्या से पूरा देश स्तब्ध है। अगर इतने बड़े स्कूल में इस तरह की घटना हो सकती है तो इससे छोटे स्कूलों में बच्चे कितने सुरक्षित है?
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे है। फिल्म इंडस्ट्री से लेकर उद्यमियों ने तक सोशल मीडिया पर अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। इस दर्दनाक घटना के मामले में गीतकार प्रसून जोशी ने भी एक दिल को छूने वाली कविता लिखी है। उन्होंने बड़े मार्मिक अंदाज में समाज से सवाल किया हैं। इसे पढ़कर शायद उन लोगों का सिर कभी उठ न पाए, जिन्होंने इस तरह की घटना की है। प्रसून जोशी ने अपनी कविता फेसबुक पर पोस्ट की हैं कुछ इस प्रकार से है-
जब बचपन तुम्हारी गोद में आने से कतराने लगे,जब माँ की कोख से झाँकती ज़िन्दगी,बाहर आने से घबराने लगे,समझो कुछ ग़लत है ।ज…
Posted by Prasoon Joshi on Monday, September 11, 2017