दया, करूणाप्रेम और हर किसी की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहने वाली मदर टेरेसा को आखिर कौन नहीं जानता। हर कोई उनके जैसा बनना चाहता है। असल में जब हम किसी से इंस्पायर होते हैं, तो उसके जैसा बनने के लिए काफी कुछ करते हैं। जैसे कि उसकी स्टाइल, फैशन, बिहेवियर और यहां तक की उसका ड्रेसिंग सेंस भी। इसलिए यदि आप मदर टेरेसा से इंस्पायर हैं और उनकी साड़ी को कॉपी करना चाहते हैं तो आपको उसके लिए चैरिटी मिशनरी से इजाजत लेनी होगी। जी हां, अगर चैरिटी मिशनरी से इजाजत नहीं मिली , तो मदर टेरेसा की साड़ी करना अवैध माना जाएगा और आप पर कानूनी कार्यवाही हो सकती।
स्टेशनरी आइटमों में भी इस्तेमाल के लिए लेनी होगी इजाजत
यहीं नहीं स्टेशनरी आइटमों में भी नीली सफेद नीली पट्टियों के इस्तेमाल के लिए इजाजत लेनी होगी। मिशनरीज ऑफ चैरिटी को इसके संरक्षण का एकाधिकार मिल गया है। भारत सरकार ने मदर टेरेसा के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए अब उनकी साड़ी के कलर ट्रेड मार्क के संरक्षण की अनुमति दे दी है।
अब साड़ी का यह पैर्टन, रंग व डिजाइन का इस्तेमाल कोई नहीं कर पायेगा। इसके संरक्षण व एकाधिकार के लिए संस्था द्वारा 12 दिसंबर, 2013 में आवेदन किया गया था। गौरतलब है कि स्टेशनरी आइटमों और टेक्स्टाइल्स पर इस पैटर्न के इस्तेमाल की इजाजत के लिए 12 दिसंबर, 2013 को एक अर्जी दाखिल की गई थी। सामाजिक व परोपकारी सेवाओं के तहत इस पैटर्न को 30 नवंबर, 2015 को ट्रेडमार्क बनाया गया, जबकि स्टेशनरी व टेक्सटाइल्स के दी गई आवेदन की कानूनी प्रक्रिया में लगभग तीन साल गूजर जाने के बाद 2016 में संरक्षण का अधिकार मिला है।
इस्तेमाल व्यापारिक लाभ या बिजनेस के लिए नहीं किया जाना चाहिए। उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए सफेद साड़ी पर ब्लू पैटर्न को संरक्षित रखने की योजना पर अब मुहर लग गयी है। नये ट्रेड मार्क एक्ट 1999 के जरिये यह अधिकार मिशनरी ऑफ चैरिटी द्वारा संरक्षित किया गया है। इसका प्रयोग केवल मदर टेरेसा की संस्था मिशनरी ऑफ चैरिटी कर सकेगी।
जानें मदर टेरेसा की साड़ी के बारें में …
मदर टेरेसा 1948 में कोलकाता में आने के बाद वे तीन ब्लू बॉर्डर वाली प्लेन सफेद साड़ी में ही कोलकाता की गलियों में घूमा करती थीं। उनकी मानवीय सेवाओं के लिए चार सितंबर 2016 को उन्हें पोप द्वारा संत की उपाधि दी गयी। उनकी साड़ी का कलर-पैटर्न अब मदर टेरेसा का पर्याय बन चुका है। ब्लू डिजाइन बॉर्डर वाली साड़ी मिशनरी ऑफ चैरिटी की नन ही केवल पहनती हैं।