एक बार फिर सीरिया का खौफनाक मंजर दुनिया के सामने आया है। लम्बे समय से आतंकवाद और गृहयुद्ध की मार सह रहे सीरिया में अब लोगों का रहना बहुत मुश्किल हो गया है। लगभग हर दिन यहां पर कई लोग मारे जाते हैं। इनमें कई मासूम बच्चे भी शामिल होते हैं। इसी बीच आतंकी हमलों के दर्द को महसुस कर रही एक सात साल की मासूम बच्ची ने अपना दर्द ट्विटर पर साझा किया है। इस बच्ची का नाम बाना अलाबेद बताया जा रहा है।
अपने ट्वीट में बाना ने लिखा है कि उसका घर वहां पर हुए हवाई हमले में ढह गया है और वह खुद मलबे में दबी थी, लेकिन बाद में जिंदा बाहर निकल आई। इस दौरान उसको कुछ चोटें भी आई हैं। अपने दर्द को बाना ने ट्वीट में बयां किया है। उसने लिखा है कि वह अब जिंदा नहीं बच पाएगी। ट्वीट में बाना ने यहां तक कह दिया है कि वह मरना नहीं चाहती है, बल्कि जिंदा रहना चाहती है। बता दें कि बाना और उसकी मां फातिमा ट्विटर पर एक जाना-पहचाना नाम हैं।
बाना और फातिमा दोनों ही ट्विटर के ज़रिए अलेप्पो और वहां के हालातों के बारे में जानकारी देते रहते हैं। इस अकाउंट को फातिमा संभालती हैं और वे दोनों इसी ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करती हैं। ट्विटर पर बाना के 1.4 लाख से ज्यादा फॉलोअर हैं। अब बाना और फातिमा ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके वहां हो रही भारी बमबारी और हवाई हमले की एक बेहद डरावनी तस्वीर दुनिया के सामने रखी है। उन्होंने लिखा, ”हम भाग रहे हैं। भारी बमबारी में कई लोग मारे गए हैं। हम जिंदा रहने के लिए लड़ रहे हैं- फातिमा।”
27 नवम्बर को भी फातिमा ने किया था ट्वीट
-27 नवंबर को बाना की मां फातिमा ने एक ट्वीट किया था। अपने इस ट्वीट में फातिमा ने लिखा था, ”आखिरी संदेश- अभी हम पर भारी बमबारी हो रही है। हम और जिंदा नहीं रह पाएंगे। जब हमारी मौत हो, तो उन 2 लाख लोगों के बारे में बात करते रहिएगा जो अब भी यहां फंसे हुए हैं। विदा- फातिमा।”
-कई घंटे बाद 28 नवंबर को फातिमा ने फिर एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, ”आज की रात के लिए हमारे पास कोई घर नहीं है। हमारे घर पर बम गिराया गया और अब वह बर्बाद होकर बस मलबा बच गया है।” ट्वीट के साथ ही फातिमा ने धूल से ढकी हुई बाना की एक तस्वीर भी शेयर की। इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया। इस ट्वीट में फातिमा ने लिखा, ”अभी हम पर भारी बमबारी हो रही है। हम जिंदगी और मौत के बीच में हैं। कृपया हमारे लिए दुआ करते रहिए। अलेप्पो।”