हरियाणा में दो गाँव ऐसे भी हैं जिनमे रहने वाले लोग ही अपने गाँव को लेकर शर्मिंदा रहते हैं और वो किसी के भी सामने अपने गाँव का नाम लेने से बचते हैं या फिर पड़ोसी गाँव का नाम बता कर अपना परिचय देते हैं। शर्मिंदगी की स्थिति यहाँ तक है कि आठवीं में पढ़ने वाली हरप्रीत कौर ने मोदी जी को चिट्ठी लिखकर मांग की थी कि उसके गांव के नाम के कारण उसे शर्मिंदगी होती है तो उसके गाँव का नाम बदलवा दिया जाए।
हरियाणा में दो गाँव हैं ‘गंदा’ और ‘किन्नर’. इन दोनों गाँव के अजीब नामों के कारण यहाँ की नौजवान पीढ़ी शर्मिंदगी महसूस करती है। पुराने लोग भी अपने गाँव के नाम से हुई शर्मिंदगी के बारे में बताते हैं, उनका कहना है कि बेटियों के विवाह में भी गाँवों के नामो की वजह से मुश्किलें आती हैं। वहां के बच्चों का भी कहना है कि गाँव के ऐसे नाम की वजह से हर कोई उनका मज़ाक बनाता है।
इस परिस्थिति को देखते हुए ग्राम पंचायत ने जिला पंचायत में इन गाँवों के नाम बदलने की गुहार लगाईं थी जिसे प्रशासन ने मंजूर कर लिया है. अब हरियाणा सरकार फतेहाबाद जिले के गांव ‘गंदा’ और हिसार जिले के गांव ‘किन्नर’ का नाम बदल देगी। पीटीआई के मुताबिक, हरियाणा सरकार गांव ‘गंदा’ का नाम बदलकर अजीत नगर और किन्नर गांव का नाम बदलकर गैबी नगर करने पर विचार कर रही है। इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने जिला महेन्द्रगढ़ के गांव चामघेडा का नाम बदलकर देवनगर करने का निर्णय लिया है।
इस मामले में लोगों का कहना है की अब जब सरकार ने नामों को बदलने की मंजूरी दे दी है तो वो सब खुश हैं और उनके बच्चों को होने वाली परेशानी अब ख़त्म हो जाएगी।