नए साल के मौके पर बंगलुरु में छेड़छाड़ का शिकार हुई लड़कियों को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने बेहद शर्मनाक बयान दिया है। आजमी ने छेड़छाड़ और बत्तमीजी के लिए लड़कियों को ही जिम्मेदार ठहरा दिया है। अपने बयान में आजमी ने कहा, ”आज के मॉडर्न जमाने में औरत जितनी नंगी नजर आती है उसे उतना फैशनेबल कहा जाता है। अगर मेरी बहन-बेटी सूरज डूबने के बाद गैर मर्द के साथ 31 दिसंबर मनाए और उस वक्त उसके साथ उसका भाई या पति नहीं है तो यह ठीक नहीं।”
आजमी यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि, ‘जहां पेट्रोल होगा, वहीं आग लगेगी। शक्कर गिरेगी तो चींटी ज़रूर आएगी।’ हालांकि इस विवादित बयान के बाद आजमी ने यह भी कहा कि वे सरकार से इस बात की अपील करते हैं कि छेड़छाड़ जैसी हरकत करने वालों पर सरकार सख़्त कार्रवाई करें। सिर्फ आजमी ही नहीं कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वरा भी चौंकाने वाली प्रतिक्रिया व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि , नववर्ष और क्रिसमस के अवसर पर इस तरह की घटनाएं होती हैं। हम सावधानियां बरतते हैं। वहीं इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, महिलाओं की गरिमा की रक्षा करना राज्य सरकार का दायित्व है।
बता दें कि 31 दिसंबर यानी न्यू ईयर के जश्न की रात हर साल की तरह बंगलुरु के एमजी रोड और ब्रिगेड रोड पर हजारों की संख्या में लड़के-लड़कियां जमा हुए थे। जश्न की तैयारियों को लेकर पूरे इलाके में तकरीबन डेढ़ हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। इसी दौरान वहां पहुंचे कुछ हुड़दंगियों ने लड़कियों के साथ जोर-जबरदस्ती की कोशिश की थी। मनचलो ने उन्हें जबरन छूने लगे और उन पर अश्लील कमेंट करने लगे। इतना ही नहीं कुछ आरोपियों ने तो महिलाओं के कपड़े तक उतारने की कोशिश की थी। चश्मदीदों की मानें तो हालात इतने खराब हो गए कि महिलाएं सैंडल उतारकर मदद के लिए इधर-उधर भागने लगी थी।
महिला संगठनों ने की कार्रवाई की मांग
अबू आजमी के इस आपत्तिजनक बयान की महिला संगठनों ने निंदा की हैं। महिला अधिकार कार्यकर्ता वृंदा अडिग ने कहा कि महिलाओं को ही जिम्मेदार ठहरा देना काफी संकीर्ण सोच को दर्शाता है। उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए। बहरहाल, राष्ट्रीय महिला आयोग ने अबू आजमी और कर्नाटक के गृह मंत्री दोनों को समन भेजा दिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरमैन ललिता कुमारमंगलम ने कहा कि उनके बयान पर सफाई मांगी गई है।