हर इंसान चाहता है कि उसके अंदर सुपरनैचुरल पॉवर हो। वो सबसे अलग कुछ कर सके। इस फोटो में क्यूट सी लगनी वाली ये लड़की भी सुपरनैचुरल पॉवर्स से भरपूर है। आपको शायद विश्वास न हो लेकिन इस लड़की को न ही भूख लगती है, न ही थकान होती है और न ही दर्द होता है। डॉक्टर इस लड़की को ‘बायोनिक’ बताते हैं।
सात साल की अलीविया दिखने में काफी क्यूट है पर ये सब बच्चों से अलग हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अलीविया पूरी दुनिया में एक अकेली लड़की है जिसे इस तरह के डिसऑर्डर है। डॉक्टर इसे ’बायॉनिक’ बताते हैं तो अलीविया की ममी उसे ’मेड ऑफ स्टील’ का टैग दे चुकी हैं। लेकिन क्यों? बायॉनिक मतलब है, ’एक आर्टिफिशल या इलेक्ट्रोमकैनिकल शरीर’। आगे की स्लाइड्स में जानिए इस बच्ची के बारे में…
तीन दिनों में सोती है
7 साल की अलीविया के पास ’सुपरपावर्स’ है। उसे कभी भूख नहीं लगती, बहुत ही कम सोती है या नहीं ही सोती, थकान नहीं होती और न ही उसे दर्द होता है। वह तीन दिनों में सोती है, वह भी मुश्किल से। अलीविया की मां बताती हैं कि उसे भूख भी नहीं लगती।
दरअसल डॉक्टर्स बताते हैं कि अलीविया को क्रोमोसोम 6 डिलीशन डिसऑर्डर है। डॉक्टर्स का यह भी कहना है कि वह पूरी दुनिया में ऐसी एक अकेली शख्स है जिसमें इस डिसऑर्डर के तीन लक्षण एक साथ दिखाई देते हैं। अलीविया की ममी कहती हैं कि इस डिसऑर्डर का मतलब है ’डर का खत्म हो जाना’।
गाड़ी के गुजरने पर भी नहीं हुआ दर्द
अलीविया की मां कहती है गाड़ियां उसके ऊपर से गुजरीं और उसे काफी दूरी तक गाड़ी से घसीटा गया। मैं और मेरे दूसरे बच्चे डर गए थे बुरी तरह से, हम चीख रहे थे। लेकिन कुछ ही देर में अलीविया उठ खड़ी हुई और उसने कहा, ये क्या हो रहा है? उसे बिल्कुल भी दर्द महसूस नहीं हुआ।
अलीविया की ममी बताती हैं कि जब से वह कुछ महीनों की ही थी तबसे ही उसे ये डिसऑर्डर है। वह कभी नहीं रोती थी। उसे नींद नहीं आती थी या बहुत कम समय के लिए सोती थी। जब तक वह 4 साल की नहीं हुई उसके बाल भी अच्छी तरह से नहीं बढ़े। उसे खाना बिल्कुल पसंद नहीं। वह सिर्फ मिल्क शेक्स पीती थी और बहुत जिद करने पर चिकन नूडल्स। एक बार वह बहुत बुरी तरह गिर गई थी और उसके निचले होंठ पर चोट आ गई थी। जिसे ठीक करने के लिए सर्जरी करनी पड़ी थी। लेकिन न उसकी आंखों से आंसू निकले और न ही उसने कोई शिकायत की।
अलीविया की ममी बताती हैं कि उसके साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि उसके साथ कुछ भी हो जाए हमें पता ही नहीं चलता। अलीविया के 4 भाई-बहन हैं। अलीविया दवाइयां ले रही हैं जिनकी मदद से अब वह कुछ खा लेती है और सो पाती है। डॉक्टर्स का कहना है कि इस डिसऑर्डर का इलाज तो संभव नहीं है लेकिन इसके लक्षणों को पहचाना जा सकता है और स्थिति को कंट्रोल करने की कोशिश की जा सकती है।