आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। आज दुनिया में कई जगह लोग अलग-अलग तरह से योग दिवस मना रहे हैं। वहीं योग के प्रति हमारे प्रधानमंत्री का उत्साह देखने लायक था। दरअसल, उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में पीएम मोदी के योग कार्यक्रम के पहले बारिश शुरू हो गई, लेकिन पीएम मोदी योग कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। योग के प्रति उनका लगाव इस बात से ही नजर आता है कि उन्होंने इस बारिश के बीच खुले आसमान के नीचे पूरे जोश के साथ योग किया। वहीं लोगों में भी बारिश के कारण उनके उत्साह में कमी नजर नहीं आई। यह कार्यक्रम रमाबाई अंबेडकर मैदान पर आयोजित हुआ था।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर देशभर में करीब 5 हजार कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा 150 देशों में भारतीय मिशनों में भी इस मौके पर कार्यक्रम किए जा रहे हैं। पीएम मोदी के साथ इस अवसर पर सेबू के राज्यमंत्री राम नाईक, पीएम योगा आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी शामिल थे। यहां इस मैदान में 50 हजार लोग एक साथ बैठकर योग कर रहे थे।
बारिश में योग मेट का कैसे हो इस्तेमाल, दिखा दिया लखनऊ ने-
मन को स्थिर रखने में योग का महत्व है। बारिश अगर शुरू हो जाए, तो योग मेट का कैसे बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है ये लखनऊ वालों ने दिखा दिया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि योग सारी दुनिया को एकसाथ जोडऩे का अच्छा माध्यम है। योग ने भारत को दुनिया में एक खास पहचान दिलाई है। सदियों पहले योग हिमालय की गुफाओं में ऋषि मुनियों की साधना हुआ करता था, लेकिन वक्त बदलने के साथ आज ये हर किसी के जीवन का हिस्सा बन चुका है।
योग के मास्टर नहीं, तो इसके प्रति जिज्ञासु तो बनो…
पीएम मोदी ने कहा फिटनेस और हेल्दी रहने से ज्यादा जरूरी है आपका स्वस्थ रहना। इसलिए अगर आपको स्वस्थ रहना है तो जरूरी नहीं कि इसके मास्टर बनें, लेकिन इसके प्रति जिज्ञासु तो बन सकते हैं। उन्होंने योग की तुलना नमक से करते हुए कहा कि योग जीवन में नमक की तरह है। जिस तरह सबसे सस्ता होता है। अगर ये खाने में न हो तो स्वाद बिगड़ जाता है, ठीक उसी तरह यदि योग हमारे जीवन में न हो तो हमारी सेहत बिगड़ जाती है। पूरे दिन की बजाय अगर 50 से 60 मिनट की योग कर लिया जाए, तो ये अच्छा है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग को मान्यता देने के बाद से लगातार इसके प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है। पिछले तीन साल में कई योग संस्थान खोले गए। योग शिक्षकों की मांग बढ़ी है और योग को प्रोफेशन के रूप में अपनाने के लिए अब युवा आगे बढ़ रहे हैं। दुनियाभर में योग पर कोई सवालिया निशान नहीं है।