ब्लू व्हेल गेम इन दिनों लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके कारण कई स्कूली बच्चों ने खुदकुशी तक कर ली है। अब इस गेम के प्रभाव से बच्चों द्वारा की जा रही सुसाइड को रोकने के लिए सीबीएसई ने दिशा-निर्देश दिए हैं। सीबीएसई ने स्कूलों में बच्चों के टैबलेट, आईपैड और लैपटॉप लाने पर रोक लगा दी है। यानि की अब बच्चे स्कूल में गैजेट्स नहीं ले जा सकेंगे।
बोर्ड ने इसे लेकर स्कूलों को डिजिटल टेक्नोलॉजी के सुरक्षित उपयोग को लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि अब इन गैजेट्स को स्कूल और स्कूल बस में बिना मंजूरी और वेरिफिकेशन के नहीं लाया जा सकेगा।
यदि बोर्ड के इस निर्देश का उल्लंघन किया गया तो कार्रवाही की जाएगी। स्कूलों में निर्देश दिए गए हैं कि वे बच्चों का शोषण रोकने के लिए इनका पालन करें। बता दें कि सीबीएसई ने 2009 में स्कूलों में मोबाइल लाने पर भी प्रतिबंध लग चुका है। वहीं इस साल बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी सीबीएसई ने दिशा-निर्देश जारी किए थे।
ये हैं सीबीएसई द्वारा दिए गया दिशा-निर्देश-
1- स्कूलों को सलाह दी गई है कि वे स्कूलों के कंप्यूटर में फिल्टिरिंग और फायरबॉल इंस्टॉल करें।
2- इंटरनेट पर उपलब्ध अवांछित सामग्री ब्लॉक की जाए।
3- बच्चों की उम्र के हिसाब से सिलेक्टिड वेबसाइट को ही एक्सेस करने की परमिशन दी जाए।
4- इंटरनेट सेफ्टी नियमों से स्कूल स्टाफ और शिक्षकों को जागरूक किया जाए।
5- उन लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए जो फिल्टरिंग को एक्सेस करने का प्रयास करते हैं।
6 – बच्चों को फर्जी अकाउंट बनाने की अनुमति न दी जाए,।
7- सॉफ्टवेयर के केवल लाइसेंस वाले संस्करण का प्रयोग करें, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के सुरक्षित उपयोग के लिए एक स्कूल नीति ड्राफ्ट करें और इसे लागू करें।
8- बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल की वेबसाइट पर डिजिटल व वीडियो इमेज से बचें।