मानसून के मौसम में हवा में नमी के कारण करंट लगने का डर बहुत ज्यादा रहता है। यही वजह है कि इस मौसम में करंट लगने से बहुत लोगों की मौत हो जाती है। लेकिन अगर आपको सही तरीके पता हो, तो कई मौतों को टाला जा सकता है। हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. के. के. अग्रवाल के अनुसार अगर करंट लगने से मौत हो भी जाए, तो पीड़ित को कार्डियोप्लमनरी तकनीक का 10 का फॉमूर्ला इस्तेमाल करके होश में लाया जा सकता है। इसमें पीड़ित का दिल प्रति मिनट सौ बार प्रेस किया जाता है।
न हो दुघर्टना , इसके लिए रखें इन बातों का ध्यान-
– घर में अर्थिंग की सही व्यवस्था का ध्यान रखें।
– हरे तार के बिना कभी बिजली के उपकरण का यूज न करें। खासकर जब ये पानी के किसी सोर्स को छू रहा हो।
– इस मौसम में दो पिन वाले किसी भी उपकरणों का इस्तेमाल न करें, इन पर पाबंदी हो।
– अगर तीन पिन वाले प्लग का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो ध्यान रहे कि तीनों तार जुड़े हों और पिनें खराब नहीं होनी चाहिए।
– तारों को सॉकेट में लगाने के लिए कई बार हम माचिस की तीलियों का इस्तेमाल कर लेते हैं, लेकिन इस मौसम में ऐसा करने से बचें।
– किसी भी खुले तार को तब तक हाथ से न छूएं, जब तक बिजली बंद न कर दी गई हो।
– अगर कोई तार खुला है, तो इन पर बिजली वाला टैप ही लगाएं, न कि सेलोटेप या बेंडेड।
– अगर आप गीजर यूज कर रहे हैं तो इसका यूज करने से पहले गीजर बंद कर दें।
– घर पर जहां तक हो सूखी रबर या प्लास्टिक की स्लिपर ही पहनें।
– किसी भी तरह के मेटैलिक इलेक्ट्रिक एप्लाइंसेस पानी के नल पास नहीं रखें।
– फ्रिज के हैंडल पर कपड़ा बांध कर रखें।
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