कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर से दुनिया भर के नेताओं को ये दिखलाया कि सुर्खियों में कैसे रहा जाता है. वे अपने तीन साल के बेटे हैड्रिन ट्रूडो को लेकर शनिवार को दफ़्तर पहुंचे थे. दफ्तर पहुंचते ही उनका बेटा अपने पीएम पिता की कुर्सी पर इस तरह (फोटो) बैठ गया और खेलना लगा मोबाइल पर गेम. फिर दिन भर पीएम ऑफिस का राज काज कैसे चला, आइये इन तस्वीरों से जानते हैं.
लुका-छिपी खेलने के लिए वक्त निकाल ही लिया
किसी देश पीएम अतिव्यस्त प्राणी होता है. उस रोज़ भी जस्टिन ट्रूडो के शेड्यूल में एक नेशनल लेवल की मीटिंग, हाउस ऑफ़ कॉमंस में सवालों के जवाब और देश की यूनिवर्सिटीज़ के अध्यक्षों से मुलाकात शामिल था. लेकिन इन सब बावजूद उन्होंने अपने बेटे के साथ लुका-छिपी खेलने के लिए वक्त निकाल ही लिया.
गंभीर कामकाज से लोगों का ध्यान बांटा
जूनियर ट्रूडो प्राइम मिनिस्टर ऑफ़िस में इधर-उधर खेलते-कूदते रहे और सोशल मीडिया पर जारी की गई तस्वीरों में उन्होंने सुर्खियां बटोर ली. प्रेस और राजनेताओं से मुलाकात के वक्त भी बाप-बेटे मीडिया से रूबरू हुए और दोनों ही वक़्त उन दोनों ने गंभीर कामकाज से लोगों का ध्यान बांटा.
FB कमेंट : ‘जस्टिन ट्रूडो एक पारिवारिक व्यक्ति’
फ़ेसबुक पर किसी ने कहा, “बेमिसाल… मैं बूढ़ा हो गया हूं पर मुझे वो तस्वीरें भी याद हैं जिनमें आप और आपके पिता (पूर्व पीएम पियरे ट्रूडो) थे… तब आप बहुत छोटे थे.” एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, “भले ही ये जनसंपर्क के लिए अच्छा कदम हो न हो, लेकिन आपको कहना ही होगा कि जस्टिन ट्रूडो एक पारिवारिक व्यक्ति हैं.”
कई सीरियाई शरणार्थियों ने अपने बच्चों के नाम भी ‘जस्टिन’ रखे
बेशक, ये कोई पहला मौका नहीं है जब इस 45 वर्षीय इंटरनेट स्टार राजनेता ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है. सीरियाई शरणार्थियों को समर्थन देने, समलैंगिकों की परेड में शामिल होने पर और ख़ुद को एक महिलावादी घोषित करने पर इस उदारवादी राजनेता को उनके समर्थकों ने सराहा है. पिछले हफ़्ते कनाडा में रह रहे कुछ सीरियाई शरणार्थियों ने अपने बच्चों के नाम उनके नाम पर रखे हैं.