सरकार पूरे देश की दीवारों पर लिख चुकी है कि ‘हम दो हमारे दो’ लेकिन लोग हैं कि मानते ही नहीं हैं। आपने अक्सर देखा होगा कि महिलाए इस बात के विरोध में होती है कि उन्हें ज़्यादा बच्चे नहीं चाहिए। उनके लिए एक, दो या तीन ही काफी है लेकिन बेटे की चाह में कई बार पिता ज़्यादा बच्चे पैदा करने पर जोर डालते हैं लेकिन ये जो मामला सामने आया है ये उल्टा है।
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल जिले जशपुर में अपने घर में आठवां नया मेहमान आने का विरोध करने पर एक पति के जेल पहुंचने का मामला सामने आया है। आरोप है कि पति आठवें बच्चे का विरोध करते हुए अपनी गर्भवती पत्नी को प्रताडित कर रहा था। मामला थाने में पहुंचने पर पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पत्थलगांव थाना पुलिस के अनुसार समीप दिवानपुर गांव में रहने वाली बिलासो बाई का उसके पति केतन मांझी के साथ घर में आठवां बच्चा आने की बात पर विवाद होता रहता था। महिला का आरोप है कि वह सात बच्चों के बाद एक और बच्चे के जन्म से खुश थी, लेकिन उसका पति गरीबी के चलते उसे गर्भपात कराने की सलाह दे रहा था।
पारंपरिक मान्यताओं के चलते महिला इसके लिए तैयार नहीं थी और इसके चलते मामला गांव की पंचायत में जा पहुंचा। पंचायत में दोनों के बीच कोई समाधान नहीं हो सका, जिसके बाद पत्नी पत्थलगांव थाने पहुंच गई। थाना प्रभारी नरेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने आज बताया कि दंपति को विवाद सुलझाने के लिए काफी समझाया बुझाया गया, लेकिन गांव पहुंच कर पुनः विवाद शुरू हो गया, जिसके बाद गर्भवती पत्नी को प्रताड़ित करने के आरोप में केतन मांझी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।