18 से 19 वर्ष आयु के युवा मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने के लिए मध्यप्रदेश में 1 जुलाई से 31 जुलाई तक एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार पहली बार वोटर बनने जा रहे युवाओं के नाम वोटर लिस्ट में शामिल करने के लिए सभी कॉलेजों में फार्म-6 उपलब्ध करवाया गया है। ऐसे स्टूडेंट्स जो प्रवेश के लिए कॉलेज पहुँच रहे हैं, उनसे फार्म की पूर्ति करवाकर उन्हें वोटर बनाया जाएगा। अभियान के दौरान सभी 1480 केम्पस एम्बेसडर के माध्यम से विशेष केम्प भी लगाए जाएंगे। होस्टल्स में रह रहे स्टूडेंट्स से सम्पर्क किया जाएगा।
ऐसा रहेगा अभियान
स्कूल एवं कॉलेज के शिक्षकों को नोडल ऑफिसर बनाया जाएगा। छूटे हुए युवाओं के नाम जोड़ने के लिए NCC, NSS, नेहरू युवा केन्द्र और अन्य संगठन को भी सक्रिय किया जाएगा। युवा एवं पात्र मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने के लिए BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) डोर-टू-डोर सम्पर्क करेंगें और फार्म-6 भरवाएंगे। इस कार्य के लिए BLO और बूथ अवेयरनेस ग्रुप को प्रशिक्षण दिया गया है।
प्रशिक्षण में BLO से फीडबेक प्राप्त कर ERO रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर को देंगे। रिपोर्ट के आधार पर लक्ष्य पूर्ति के लिए कलेक्टर कार्य-योजना बनाकर अमल करेंगे।
8 करोड़ 1 लाख जनसंख्या में से 5 करोड़ 1 लाख मतदाता
जिलों में कॉल सेंटर 1950 स्थापित कर भी मतदाताओं को जानकारी दी जाएगी। BLO 8 एवं 23 जुलाई को बूथ स्तर पर विशेष शिविर लगाएंगे। मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों की जिला स्तर पर बैठक कर अभियान की जानकारी दी जाएगी।
आशा और आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी नवयुवतियों और नव-विवाहितों के नाम जोड़ने के कार्य में लगाया जाएगा। दिव्यांगों के नाम BLO को देकर वोटर लिस्ट में जोड़ा जाएगा। मृत मतदाताओं के नाम हटवाने के लिए उनके परिजनों से फार्म-7 की पूर्ति करवाई जाएगी। प्रदेश में 64 हजार 5 मतदान केन्द्र है। प्रदेश की अनुमानित जनसंख्या लगभग 8 करोड़ 1 लाख है, जिसमें मई 2017 की स्थिति में 5 करोड़ 1 लाख मतदाता है।