प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक इंटरनेशनल पर्सनालिटी हैं। पिछले तीन सालों में वे देश के कई प्रभावशाली नेताओं से मिले हैं। ईयाल अल बगदादी एक एक्टिविस्ट हैं, जिन्होंने मोदी जी के बॉडी लैंग्वेज पर गौर किया। कुछ फोटोज की लंबी लिस्ट के जरिए उन्होंने बताया कि मोदी ने कई बड़े नेताओं के साथ गले मिलकर मुलाकात की।
ये पहली बार हुआ है जब किसी ने उनकी इस तरह की बॉडी लैंग्वेज को नोटिस किया। मोदी अक्सर बड़े नेताओं से गले मिलकर मिलते हैं। एक न्यूज पोर्टल ने बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञों से मोदी के अन्य राजनेताओं से बातचीत करने का विश्लेषण करने के लिए कहा। उन्होंने उनके बारे में जो कुछ भी कहा यहां पढि़ए।
वह निजता को नहीं समझते हैं-
बिहेविरियल एक्सपर्ट ख्याति गुप्ता कहती हैं कि मोदी को पर्सनल स्पेस की समझ नहीं है। जैसा कि आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि जब भी मोदी किसी राजनेता से गले मिलते हैं, तो लोग कुछ असहज महसूस करते हैं।
चार तरह की होनी चाहिए है दूरी-
एक्सपर्ट के अनुसार रिश्तों में चार तरह की स्पेस होनी चाहिए। इंटीमेट, पर्सनल, सोशल और पब्लिक। लेकिन हमारे पीएम को इस बात का अंदाजा नहीं होता और वे जब भी किसी राजनेता से मिलते हैं तो टाइट हग करते हैं, जो सामने वाले व्यक्ति को पसंद नहीं आता।
इस तस्वीर में आप देख सकते हैं जब मोदी फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग के गले लगे तो जुकरबर्ग के चेहरे पर एक अधूरी सी स्माइल थी, शायद वो असहज महसूस कर रहे थे। आगे देखें कुछ और तस्वीरें-