नोटबंदी के बाद से ही विपक्ष मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है। आज फिर विपक्ष ने पीएम मोदी को अपने निशाने पर लिया। इसी बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी मोदी पर हमला करने से नहीं चूके। उन्होंने नोटबंदी के फ़ैसले को देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया। राहुल ने कहा, ”ये हिन्दुस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है। ये सारी की सारी बातें मैं संसद में बोलुंगा तो मोदी जी बैठ नहीं पाएंगे।”
राहुल यहीं पर नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि, ”मुझे बोलने से रोका जा रहा है। मैं पिछले एक महीने से बोलना चाहता हूं। सरकार ने चर्चा कराने के लिए कहा था लेकिन अब सरकार अपने वादे से पीछे हट गई।” राहुल ने आगे कहा, ”प्रधानमंत्री पूरे देश में भाषण दे रहे हैं मगर लोकसभा में आने से डरते हैं। इतनी घबराहट क्यों?”
बिना चर्चा के ही स्थगित हो गई संसद की कार्यवाही
संसद के शीतकालीन सत्र को खत्म होने में अब महज कुछ ही दिन बचे हैं। लेकिन अभी भी विपक्ष संसद की कार्यवाही को बाधित कर रहा है। शुक्रवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। इसी वजह से लोकसभा की कार्यवाही को पहले साढ़े 11 बजे और फिर 12 बजे तक के लिए रोक दिया गया। लेकिन जब हंगामा नहीं थमा तो लोकसभा की कार्यवाही 14 दिसम्बर के लिए स्थगित कर दी गई। यही नहीं हंगामे के कारण राज्यसभा को भी पहले 12 बजे और फिर दोपहर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
विपक्ष के हंगामे पर राष्ट्रपति ने भी जताया ऐतराज
नोटबंदी पर विपक्ष की भूमिका पर राष्ट्रपति ने भी गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि सांसदों का व्यवहार संविधान की भावना के खि़लाफ़ है। जनहित के मुद्दे पर जिस तरह संसद में बहस से सांसद दूर भाग रहे हैं, वो अलोकतांत्रिक है। विपक्षी सांसदों को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि भगवान के लिए संसद को चलने दें।