सरकार हर समय ग्रामीण क्षेत्र के विकास पर जोर देती हैं और आज एक गांव के तीन युवाओं ने मिलकर ‘‘डिजिटल क्रांति में हर नौजवान का महत्व है’’ पीएम मोदी के इस वाक्यांश को सही साबित कर दिया। ग्रामीण क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले युवाओं ने पीएम मोदी की प्रेरणा से डिजिटल इंडिया का दामन थामा और 100 निशुल्क ऐप बना दिए। गांव बहरोड़ के रहने वाले राहुल यादव (19 वर्ष), साहिल गुप्ता (19 वर्ष) और देवेंद्र सिंह ने विकसित भारत में फिर से डिजिटल क्रांति शुरू कर दी है।
कह सकते है कि एक तरह से भारत में शिक्षा प्रणाली की कायापलट दी हैं| इन तीन युवाओं ने इस एप्लीकेशन का नाम RDS रखा है। 5 महीनें पहले ही इन एप्स को गूगल प्ले स्टोर पर डाला था जिसे केवल एक महीनें में ही 10 लाख से भी ज्यादा लोग इन ऐप्स से पढ़ाई करके अपने भविष्य को उज्जवल करते हुए, डिजिटल इंडिया से जुड़ रहे है।
राहुल ने बताया कि, ‘‘आगे -आगे डिजिटल इंडिया का दौर चलेगा तो उस डिजिटल क्रांति का असर देखते हुए स्टूडेंट्स के हाथ में बैग की जगह टैब होगा, पढ़ने के लिए किताबें नहीं ऐप्स होंगे और लिखने के लिए पैन नहीं कीपैड होगा। तो इस सपने को पंख लगाने के लिए ही हमने इन एजुकेशन एप्स की दुनिया में कदम रखा।’’ साथ ही राहुल ने यह भी बताया कि फेसबुक चलाते-चलाते मैसेंजर से भी आप पढ़ाई कर सकेंगे।
RDS एजुकेशन एक प्रकार से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर है, जो आपके फेसबुक मेसेंजर से आसानी से लिंक हो जाएगा। यह आपसे किसी आम इंसान के जैसे बात करेगा और पढ़ाई में आपकी मदद करेगा। ये इंस्टॉल करने का कोई झंझट नहीं है, बस लिंक पर क्लिक करें और ये आपके मैसेंजर से जुड जाएगा। इसके अलावा आप मैसेंजर पर आरडीएस एजुकेशन भी सर्च कर सकते हैं।
यह खासियत हैं इस ऐप की-
इसमें आप 10 से अधिक विषयों की पढाई कर सकते हैं। जिसमें गणित, साइंस, साहित्य, भूगोल आदि शामिल हैं। आपको बस अपनी पसंद का विषय चुनना है और ये आपसे वैकल्पिक सवाल पूछना चालू कर देगा। जैसे-जैसे आप सही जवाब देंगे, ये सवाल करता जाएगा। जब आप गलत जवाब देंगे, ये उसका सही जवाब और तर्क आपको देगा। इस ऐप की मदद से आप 8वीं से 12वीं तक की पढ़ाई यहां कर सकते हैं।
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