आंकड़े बयां कर रहे यूथ का दर्द, बेरोजगार की कितनी मदद की सरकार ने?
गुजरात को छोड़कर पूरे देश के रोजगार केंद्रों द्वारा 2015 में नौकरी दिलाने का औसत 0.5% रहा यानी रोजगार केंद्र में नौकरी की तलाश में रजिस्ट्रेशन कराने वाले हर 500 में से केवल 3 को ही रोजगार मिल पाया। गुजरात में ये औसत पिछले कई सालों से 30% से अधिक रहा है। गुजरात और गोवा को छोड़ दें तो देश का कोई भी राज्य 1% अभ्यर्थियों को भी रोजगार नहीं दिला पाया। हालांकि साल 2015 के पहले 9 महीने में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन काम करने वाले रोजगार केंद्रों में पंजीकरण कराने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ था। पिछले 4 सालों से रोजगार केंद्रों में पंजीकरण कराने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।