शायद ही कोई ऐसी मां होगी, जो अपनी बेटी पर अत्याचार होते देखेगी। मेरी मां ने भी वही किया। मैं 13 साल की थी, जब मेरा रेप होने वाला था, पर मेरी मां ने मुझे बचाने के लिए अपना रेप करवा लिया। नम आंखें और रूआसी आवाज में इस लड़की ने उत्तर कोरिया का कड़वा सच दुनिया में बयां किया है। नॉर्थ कोरिया से 13 साल की उम्र में वहां से भाग जाने वाली लड़की योनमी पार्क इस स्पीच के कारण एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं। वन यंग वल्र्ड समिट में दो साल पहले दी उनकी स्पीच अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। बीते 13 मार्च को इसे पोस्ट किया गया है और अब तक इसे तीन लाख लोग लाइक कर चुके हैं, जबकि 692,960 लोग शेयर कर चुके हैं।
योनामी ने अपनी स्पीच में नॉर्थ कोरियाई तानाशाह की क्रूरता के दिल दहलाने वाले और भी कई किस्से दुनिया को बताए हैं। 13 साल की उम्र में उनका रेप होने वाली घटना के बाद उन्होंने देश छोड़ दिया । अब पार्क अमेरिका में रह रही हैं और सोशल एक्टिविस्ट हैं। उसने अपनी जिन्दगी के सफर पर इन ऑर्डर टू लिव नाम की किताब भी लिखी है। पार्क ने कहा था कि सिर्फ नॉर्थ कोरिया जैसे देश में पैदा होने के कारण उसे और उसके परिवार को अत्याचार सहने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
इंटरनेशनल कॉल करने पर मिलती है मौत की सजा-
आज के वक्त में हम दुनिया में हर जानकारी इंटरनेट पर पा सकते हैं, पर क्या हो उस देश का जहां प्रेस की आजादी नहीं है, यहां हॉलीवुड फिल्म देखने या इंटरनेशनल कॉल करने पर लोगों को मौत की सजा सुना दी जाती है। यहां सिर्फ एक टीवी चैनल है और इंटरनेट नहीं है। ये ऐसा देश है जिसके बारे में आप सोच नहीं सकते।
– उत्तर कोरिया की 70 प्रतिशत महिलाओं और लड़कियों का रेप होता है, कई बार तो उन्हें 200 डॉलर में बेच तक दिया जाता है।
– उत्तर कोरिया के शासन के बारे में बोलने पर लोगों को तीन पीढिय़ों का कारावास या मौत की सजा सुनाई जाती है।
फिल्म देखने पर मार दी गोली-
उन्होंने रूआसी आवाज में कहा कि मैं जब नौ साल की थी तब मेरी दोस्त की मां को भरे बाजार में मार दिया, क्योंकि उन्होंने हॉलीवुड फिल्म देखी थी। वहां हम अपनी मर्जी से गा नहीं सकते, सोच नहीं सकते और अपने हिसाब से कपड़े नहीं पहन सकते।
योनामी आज पूरी दुनिया से गुहार लगा रही है। उसने दुनिया के सामने वन यंग वल्र्ड समिट में रूआसी आवाज में अपने देश के सच को पूरी दुनिया के सामने बयां किया है। उम्मीद है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योनामी की इस बात का असर हो और उत्तर कोरिया के कुशासन में कुछ सकारात्मक बदलाव आए।