तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ पर फैसले को सुरक्षित रखे जाने के बाद केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने चेतावनी दी है कि अगर मुस्लिम समुदाय ट्रिपल तलाक को बदलने में विफल रहता है तो सरकार कानून बनाकर इसे खत्म कर देगी। नायडू ने कहा है कि अगर मुस्लिम समुदाय ट्रिपल तलाक की परंपरा को खत्म करने में विफल रहता है तो सरकार इसके लिए कानून ला सकती है। ये किसी के निजी मामले में हस्तक्षेप करना नहीं है बल्कि महिलाओं के लिए न्याय का सवाल है और कानून के समक्ष समानता का मुद्दा है।
नायडू का यह बयान सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ में लगातार छह दिनों तक ट्रिपल तलाक पर चली सुनवाई के खत्म होने के बाद आया है। सभी संबंधित पक्षों को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया है।
सुप्रीम कोर्ट में चली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार का पक्ष रखते हुए अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा था कि यदि कोई इस प्रथा को खत्म करना चाहता है तो केंद्र सरकेार इस मामले में कानून लाएगा। वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ट्रिपल तलाक को आस्था का मसला बताते हुए कोर्ट को इससे दूर रहने की सलाह दी है। रोहतगी ने कहा है कि ये मामला बहुसंख्यक बनाम अल्पसंख्यक का नहीं है बल्कि ये मुस्लिम समुदाय के बीच का ही मामला है। इसके बाद कोर्ट ने पूछा कि अगर तीन तलाक को रद्द कर दिया जाता है तो क्या होगा। इस पर जवाब देते हएु अटॉर्नी जनरल ने कहा है कि अगर कोर्ट ऐसा फैसला देता है तो सरकार कानून लाने के लिए तैयार है।