पंजाब की एजुकेशन मिनिस्टर अरूणा चौधरी ने कहा कि स्टूडेंट्स के पैसे तथा समय की बचत के लिए सभी स्कूलों में बुक-बैंक स्थापित किया जाएगा। अरूणा ने आज यहां कहा कि इस बुक-बैंक में स्टूडेंट्स अपनी पुरानी अनुपयोगी बुक्स जमा करवा सकेंगे, जो जरूरतमंद स्टूडेंट्स को नि:शुल्क दी जाएंगी। इस बारे में सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बच्चों को हर साल नई बुक्स खरीदनी पड़ती हैं, नई बुक्स को प्रकाशित करने के लिए बड़ी संख्या में जहां कागज का इस्तेमाल होता है, वहीं बुक्स के प्रकाशन में समय लगने से छात्रों का भी समय बर्बाद होता है।
कागज की बचत से पर्यावरण को फायदा भी
उन्होंने कहा कि इससे आर्थिक तौर पर कमजोर बच्चों को मदद मिल सकेगी । उन्हें हर साल नर्इ बुक्स खरीदने के लिए पैसे खर्च करने पड़ते हैं। जिसे देखते हुये राज्य के एजुकेशन डिपार्टमेंट ने बुक बैंक स्थापित करने का फैसला लिया है। एजुकेशन मिनिस्टर ने आगे कहा कि बुक-बैंक की स्थापना स्वेच्छा से की जा रही है। इसमें योगदान देने वाले छात्रों को प्रोत्साहित किया जायेगा जिस पर विचार हो रहा है. इसमें NGO ने भी सहयोग देने का फैसला किया है। इससे बुक्स की प्रिंटिंग के लिये इस्तेमाल किये जाने वाले कागज़ का इस्तेमाल घट जाएगा, इससे पर्यावरण को फायदा होगा.
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