जहाँ आज क्रिकेट के लाखो-करोड़ो फैन्स दुनिया में मौजूद है और हर दूसरा व्यक्ति क्रिकेटर बनना चाहता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि, इस खेल में बहुत पैसा है और यह सच भी है| अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके क्रिकेटरों की कई पीढ़ियों को तो कमाने की चिंता ही नही है लेकिन क्रिस केर्न्स के साथ ऐसा क्या हुआ? जिसने उन्हें क्रिकेट की दुनिया से ट्रकों की साफ-सफाई करने वाला कर्मचारी बना दिया।
जैसा की आप जानते है कि न्यूजीलैंड का वो खिलाड़ी था जिसके मैदान पर आते ही दर्शको का जोश सांतवे आसमान पर होता था| टेस्ट मैचों में 3 हजार से ज्यादा और वनडे मैचों में 4 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले विस्फोटक बल्लेबाज केर्न्स की कप्तानी को भी खूब पसंद किया जाता था| खेल के दौरान मैदान पर चोट लगना आम बात है लेकिन माना जाता है कि, केर्न्स न्यूजीलैंड के ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्हें मैदान पर सबसे ज्यादा चोट लगती थी| वहीं खेल में की गई किसी टिप्पणी को लेकर भी केर्न्स विरोधी टीम के क्रिकेटरों का रवैया बर्दाश्त नहीं करते थे| केर्न्स आए दिन किसी ना किसी विवाद में फंस जाते थे| हालांकि, मामले को मैदान के अंदर ही सुलझा लिया जाता था|
वैसे 2004 में क्रिस ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था| वहीं 2006 में उन्होंने वनडे मैच ना खेलने की घोषणा भी कर दी| इसके अलावा वो आइसीसी वर्ल्ड 11 टीम का हिस्सा बने रहे| साथ ही यह टीम सुनामी पीड़ितों के लिए डोनेशन मैच खेलती है| 2008 में क्रिस ‘भारतीय क्रिकेट लीग’ का हिस्सा बन गए थे| उन्हें चंडीगढ़ लॉयन टीम का कप्तान भी बनाया गया था|
ऐसा कहा जाता है कि 2013 में आइसीसी ने एक मैच की जांच में पाया कि केर्न्स का मैच फिक्सिंग से भी नाता रहा है| उनके एक साथी क्रिकेटर लो विन्सेन्ट ने मैच फिक्सिंग में अपना नाम आने पर खुलासा किया कि, क्रिस ने कई बार मैच फिक्सिंग के लिए उनसे संपर्क भी किया था| उस समय तत्कालीन भारतीय प्रीमियर लीग के कमिश्नर ललित मोदी और क्रिस केर्न्स के बीच विवाद छिड़ गया था| दोनों के बीच 2010 में भी ट्विटर वॉर भी चला| आपको बता दे कि 2008 में हुए एक मैच के लिए उन्हें दोषी पाया गया था| हालांकि, 2015 में उनपर भारी जुर्माना लगाकर उन्हें बरी कर दिया गया था| जिसके लिए जुर्माने के तौर पर केर्न्स ने एक बड़ी राशि का भुगतान किया था|
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्हें ऑकलैंड में ट्रक और बसों की साफ-सफाई करते हुए देखा गया| जिसके लिए उन्हें आधे घंटे के काम के बदले 17 डॉलर यानि करीब 1 हजार रुपए मिलते थे| लोगों के लिए ये बात इसलिए भी हैरान करने वाली थी, क्योंकि क्रिस कभी अपने आलीशान लाइफस्टाइल के लिए जाने जाते थे|