उत्तराखंड में गढ़वाल हिमालय में केदारनाथ धाम तीन मई को और बद्रीनाथ धाम के पट छह मई को श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे। उत्तरकाशी में स्थित मां गंगा को समर्पित गंगोत्री मंदिर और मां यमुना को समर्पित यमुनोत्री कपाट 12:15 बजे वेदों के मंत्रोच्चार के बीच धार्मिक अनुष्ठान के साथ खोले गए। साथ ही बाबा केदार की पंचमुखी मूर्ति को फल मालाओं से सजी डोली में विराजमान कर हिमालय के लिए रवाना किया गया। मां गंगा की भी डोली ज सुबह नौ बजे उनके मायके मुखबा से गंगोत्री पहुंची। जहां पंडा पुरोहित समाज ने उसका भव्य स्वागत किया। इस दौरान हजारों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने बाबा की डोली के दर्शन कर पुण्य लिया।
इस दौरान नजारा कुछ ऐसा था कि मानो सभी देवी-देवता जमीन पर उतर आए हों। भारी बारिय के बावजूद श्रद्धालु केदारनाथ बाबा की भक्ति में डूबे रहे। आज पहली रात्रि प्रवास के लिए बाबा की डोली फाटा पहुंचेगी। वहीं दूसरे रात्रि प्रवास के लिए डोली गौरीकुंड में प्रवेश करेगी। अंत में 2 मई को डोली केदारनाथ धाम में पहुंचेगी, 3 मई से श्रद्धालुओं के लिए कपाट खोल दिए जाएंगे।