रजनीकांत जिन्हें साउथ में ‘थलाइवा’ कहा जाता है जिसका मतलब होता है ‘लीडर’,‘नेता’ जो सबका नेतृत्व करता है। वैसे तो पूरा साउथ रजनीकांत को लीडर यानि थलाइवा मानता है लेकिन अब रजनीकांत ने स्पष्ट संकेत दिए है कि वो सच में नेता बनेंगे तो इसी बात पर एक महाशय ने उन्हें ‘महामूरख’ की पद्वी दे डाली।
रजनीकांत के राजनीति में आने की ख़बरें हाल ही में आई थीं। पिछले दिनों ऐसी ख़बर भी आई थी कि बीजेपी उन्हें अपने पाले में लाना चाहती है। लेकिन पार्टी के तेज, तर्रार नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने उन्हें लेकर ऐसा बयान दिया है जो इस ख़बर के खिलाफ साबित होता है। उन्होंने रजनीकांत को अनपढ़ और मूर्ख करार दिया।
सुब्रमण्यम स्वामी आरएसएस के विश्व संवाद केंद्र में नारद जंयती के मौके पर शिरकत करने गए थे जहां पर उन्होंने रजनीकांत के खिलाफ कई बातें कही और अन्य मसलों पर भी अपनी राय खुलकर रखी। सुब्रमण्यम पहले भी कई बार विवादित बयानों को लेकर चर्चा में आ चुके हैं इस बार भी पत्रकारों से की बातचीत में रजनीकांत के खिलाफ उन्होंने ये बातें कही।
पत्रकारों से बातचीत में स्वामी ने फिल्म स्टार रजनीकांत के राजनीति में आने की अटकलों पर उन्हें पागल और अनपढ़ करार दे दिया। उन्होंने कहा,‘रजनीकांत महामूर्ख है, अनपढ़ हैं… भारत और पाकिस्तान का संविधान सामने रखोगे तो उसे पता नहीं चलेगा कि कौन सा किस देश का है।’’ उन्होंने कहा कि अनपढ़ रजनीकांत को ही सब राजनीति में लाने के लिए प्रयासरत हैं।
इसके अलावा स्वामी ने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का नाम बदलने की भी मांग गी। उन्होंने कहा कि श्रछन् का नाम बदलकर सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर जेएनयू में कश्मीर की स्वतंत्रता के नारे लगते हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि नेहरू के नाम वाली यूनिवर्सिटी में जब संविधान नहीं पढ़ा जा रहा तो इसका नाम बदलकर सुभाषचंद यूनिवर्सिटी हो जाना चाहिए।
आगरा के सरस्वती शिशु मंदिर में शनिवार को हुए कार्यक्रम में चीफ गेस्ट स्वामी ने कहा कि पहला काम राम मंदिर का निर्माण है, इसके बाद धारा 370 को देखा जाएगा। राम मंदिर 2018 तक बन जाएगा। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में रहने वाले सभी लोगों का डीएनए एक है। जिस दिन मुस्लिम हिंदू को अपना पूर्वज मान लेगा, उस दिन देश में शांति हो जाएगी। स्वामी ने कांग्रेस को भी खूब खरी-खोटी सुनाई और तीन तलाक पर बैन की खुलकर वकालत की।