‘RAPE’ चार अंग्रेजी के अक्षरों से मिलकर बना ये शब्द किसी भी लड़की की ज़िन्दगी बर्बाद करने के लिए काफी है। ये चार अक्षर का टैग उसे ज़िन्दगीभर का वो दर्द दे जाते हैं जिसे कोई सपने में भी नहीं सोच सकता। आज इंडिया में खुली सोच वाले काफी लोग है लेकिन वहीं एक सकरी मानसिकता वाले भी काफी लोग है।
मानसिकता पर आप चाहे जितना भी जोर लगा इसे बदलते-बदलते भी बदलना मुश्किल ही है। हाल ही में यूपी के यमुना एक्सप्रेस वे पर एक गाड़ी को रात में रोककर बंदूक की नोंक पर चार महिलाओं के साथ रेप किया गया था। यही नहीं महिला के साथ उसका देवर भी था जिसे तड़पा-तड़पा कर मारा था।
इस घटना में महिला ने बताया था उन्होंने उनके आगे खूब हाथ जोड़, अपना सब कुछ देने को तैयार हो गए लेकिन फिर भी उन्होंने जाने नहीं दिया। देवर ने विरोध किया तो उसे गोली से मार दिया और वो वहीं तड़प-तड़प कर मर गया। ये सब करके महिलाओं को उसी हाल में छोड़कर वो वहां से फरार हो गए।
इस तरह की घटना समाज में फैली विकृति को दर्शाती है लेकिन एक और ख़बर ऐसी भी है जो हो सकता है आपको हिला कर रख दे। बेंगलुरू में एक 14 साल के लड़के ने अपने ही घर के पड़ोस में रहने वाली तीन साल की लड़की का रेप किया। जब वो पकड़ा गया तो उसने जो वजह दी वो शर्मिन्दा करने वाली थी।
एक पुलिस अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बुधवार को आरोपी लड़के के पड़ोस में रहने वाले सिक्यूरिटी गार्ड की बेटी शाम को साढ़े सात बजे की करीब आरोपी के घर टीवी देखने के लिए गई। उस समय आरोपी घर में अकेला था। उसने इस मौके का फायदा उठाते हुए घर का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। इसके बाद आरोपी ने बच्ची के साथ रेप किया और उससे इस बारे में किसी को न बताने के लिए कहा। बच्ची का रेप करने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया।
इसके बाद रोते-रोते बच्ची घर जाने लगी तो पड़ोसियों ने देखा कि बच्ची की फ्रॉक पर खून के धब्बे लगे थे। पड़ोसियों ने इसकी जानकारी बच्ची के परिजनों को दी, जिसके बाद उसके परिजन उसे अस्पताल लेकर गए जहां पर डॉक्टरों ने बच्ची के साथ रेप होने की बात कही। बच्ची ने तुरंत ही इसकी शिकायत पुलिस में की। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस की एक टीम आरोपी को पकड़ने उसके घर पहुंची तो वह पुलिस को वहां नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने उसे आस-पास के इलाकों में ढूंढा तो वह एक दुकान पर बैठा हुआ मिला। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह अपने दोस्तों के साथ अक्सर सेक्स और पोर्न वीडियो के बारे में बात करता रहता था। इन्ही बातों से प्रभावित होकर आरोपी लड़के ने इस कृत्य को अंजाम दिया।
आरोपी ने पुलिस से कहा कि उसे नहीं पता कि उसने क्या किया लेकिन वह बस इस चीज को महसूस कर उसका अनुभव करना चाहता था जिसके बारे में वह स्कूल में अपने दोस्तों के साथ बात किया करता था। पुलिस ने आरोपी को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे दो दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। मनोचिकित्सकों का कहना है कि आरोपी लड़के के दिमाग पर इन बातों का काफी गहरा प्रभाव पड़ा है। यह किशोरोव्सथा ऐसी उम्र है जब मां-बाप को अपने बच्चों पर पूरी तरह से कंट्रोल होना चाहिए। मनोचिकित्सक ने यह भी कहा कि इस उम्र में बच्चा भटके नहीं इसके लिए परिजनों को बच्चों का अच्चे से मार्गदर्शन करना चाहिए और उन्हें अच्छे-बुरे की पहचान करानी चाहिए।