छत्तीसगढ़ के सुकमा में पिछले सोमवार में माओवादियों द्वारा मारे गए 25 सीआरपीएफ सैनिकों के लिए आयोजित स्मारक बैठक के दौरान प्रो.बुद्ध सिंह की कार में तोड़-फोड़ की गई। इस घटना पर शिक्षकों के उस समूह ने निंदा करते हुए इस मुद्दे पर जेएनयू टीचर्स असोसिएशन की चुप्पी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
डॉ.बुद्ध सिंह ने भी कहा है कि हम किसी का नाम नहीं ले रहे कि ये किसने किया है। लेकिन ये निश्चित रूप से वामदलों के सदस्यों का काम है, जिन्होंने पहले ही बैठक का विरोध किया था। शनिवार की सुबह उनकी कार की विंडशील्ड टूटी मिली। ये एक कायर हरकत है, इस तरह के अपराध से जेएनयू को बदनाम नहीं किया जा सकता। इस मामले में शिक्षकों के एक समूह का कहना है कि हमें आश्चर्य होता है कि इतनी बड़ी बात को लेकर जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन चुप्पी कैसे साधे बैठा है।
ये घटना फैकल्टी के लिए एक खतरा है। डॉ.सिंह ने इस मुद्दे पर कहा कि ये घटना भारतीय सेना के लिए शोक सभा आयोजित करने का ही नतीजा है। उन्होंने कहा कि मेरी कार में तोड़-फोड़ की गई और घर पर पत्थरबाजी की गई वाकई ये एक बहुत ही शर्मनाक हरकत है। हालांकि वसंत कुंज पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराईगईहै।