अब बेटियों को जन्म लेने से कोई नहीं रोक पाएगा। अगर किसी ने ऐसा किया भी तो सरकार को इसकी तुंरत जानकारी मिल जाएगी फिर उक्त व्यक्ति को जेल की हवा तक खानी पड़ेगी। जी हां, कन्याभ्रूण हत्या के खिलाफ अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज यूपी सरकार की मुखबिर योजना लांच कर दी है। इस योजना के तहत अब कन्या भ्रूण हत्या की जानकारी देने वाले को सरकार दो लाख रूपए का ईनाम देगी। इस योजना के तहत अब प्रदेश भर में 64 रेस्क्यू वैन चलेंगी जो महिलाओं की मदद करेंगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में योजना को लांच किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि समाज में भेदभाव के बावजूद आज बेटियां अच्छा कर रही हैं। हमें परिवार में बेटियों को बराबरी का दर्जा देना होगा। ये योजना महिलाओं को सुरक्षा देगी। उन्होंने इस योजना को इतनी बड़ी संख्या में जिलों तक पहुंचाने के लिए कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी व राज्यमंत्री स्वाति सिंह की तारीफ की। उन्होंने ये भी कहा कि भेदभाव की शुरूआत हम अपने परिवार से ही करते हैं और सोचते हैं कि समाज में भेदभाव न हो।
क्या है मुखबिर योजना:
यूपी सरकार ने कनया भ्रूण हत्या रोकने के लिए मुख्बिर योजना लांच की है। इस योजना के तहत भ्रूण लिंग की पहचान बताने वाले नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर शिकंजा कसा जाएगा।
इनके बारे में सूचना देने व इन्हें पकड़वाने वालों को सरकार दो लाख रूपए तक का पुरूस्कार देगी। प्रदेश में घटते लिंगानुपात से सरकार काफी चिंतित है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 में स्थिति और भी भयावह है। प्रदेश में लिंगानुपात 922 से घटकर अब 903 पर आ गया है।
यानि एक हजार लड़कों पर सिर्फ 903 लड़कियां ही हैं। इसे देखते हुए योगी सरकार मुखबिर योजना शुरू करने जा रही है। योजना के तहत तकनीक का दुरूपयोग कर भ्रूण लिंग का परीक्षण कर बेटियों को जन्म लेने से रोकने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाही की जाएगी। यह योजना पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत शुरू की जा रही है।
मुख्बिर योजना के तहत प्रदेश के उन अल्ट्रासाउंड सेंटरों और नर्सिंगहोम को चिन्हित किया जाएगा जो गर्भवती महिलाओं में कन्या भ्रूण होने की जानकारी साझा करते हैं। इस योजना में ऐसे लोगों पकड़वाने में एनजीओ की भी मदद ली जाएगी।