चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के मामले में भारत अब काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह बढ़ोतरी उन हालातों में हो रही है, जब भारत में इस तरह के मटेरियल पर बैन लगाने की कोशिश हो रही है। आपको शायद न पता हो, लेकिन पॉर्न फिल्म देखने के मामले में भारत सबसे आगे हैं। जानकर हैरत जरूर होगी कि भारत में हर 40 मिनट में एके गंदा वीडियो बनाया जा रहा है। इस तरह के गंदे कंटेंट को सर्व करने में केरल सबसे आगे है, वहीं हरियाणा में सबसे ज्यादा इस तरह के कंटेंट देखे जाते हैं। चिंता की बात तो ये है कि जो कंंटेंट अपलोड किए जा रहे हैं उनमें बच्चों और युवाओं के अश्लील वीडियो ज्यादा हैं।
यही कारण है कि schoolgirls, teens और desi girls जैसे टॉप सर्च कीवर्ड्स हैं। इन सबसे चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज मैटेरियल (CSAM) को बढ़ावा मिल रहा है। साइबर सिक्युरिटी एक्सपट्र्स के मुताबिक, देश में 35-40 प्रतिशत कंटेंट रोजाना डाउनलोड किया जाता है, जो हजारों टेराबाइट्स में होगी।
इन दिनों देखा जा रहा है कि छोटे शहरों के बच्चे पॉर्न वीडियो का ज्यादा शिकार हो रहे हैं। दरअसल, अब मोबाइल की पहुंच सब जगह है, चाहे वो छोटे से छोटा इलाका ही क्यों न हो। ऐसे में ये वीडियो मोबाइल के जरिए बनाए जा रहे हैं और यहां से ही डिस्ट्रीब्यूट भी किए जा रहे हैं। वैसे तो ग्रामीण इलाकों के बच्चे सॉफ्ट टारगेट होते हैं, लेकिन छोटे शहरों के बच्चे इनका सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं।