Snap deal देश की बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी में गिनी जाती है पर लगातार कुछ महीनों से चल रहीं कई परेशानियों के बाद कंपनी ने अपने आधे से ज्यादा स्टाफ को निकालने के संकेत दिए है। वर्तमान में कर्मचारियों की संख्या 1200 के करीब है जिसे आधा किया जा सकता है। इसकी एक वजह यह भी बताई जा रही है कि कंपनी लगातार घाटे की वजह से यह कदम उठा रहीं है। वहीं दूसरी और सूत्रों के मुताबिक यह भी जानकारी है कि खर्चों में कटौती के लिए स्नैपडील नौकरी में छटनी करने जा रही है। कंपनी ने अपनी बड़ी प्रतिद्वंद्वी कंपनी फ्लिपकार्ट के साथ विलय की पेशकेश को ठुकरा दिया है और अब स्वतंत्र चलने का फैसला किया है।
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आपको बता दे कि पिछले हफ्ते ही स्नैपडील ने अपनी डिजिटल पेमेंट कंपनी फ्रीचार्ज को बेच दिया है, इस देश में निजी क्षेत्र के तीसरे बड़े बैंक एक्सिज बैंक ने फ्रीचार्ज को खरीदा है। फ्रीचार्ज की बिक्री से स्नैपडील को कुल 385 करोड़ रूपए मिले है। जिसे कंपनी अपने कारोबार को संभालने में खर्च करेंगी।
इसी हफ्ते के प्रारंभ में 90.95 करोड़ डॉलर की फ्लिपकार्ट की पेशकश ठुकराने के बाद इस ई-कॉमर्स कंपनी ने अपने नये रोडमैप स्नैपडील 2.0 पर काम करना शुरु कर दिया है। स्नैपडील अपने परिचालन में कटौती करेगी और अगले दो तीन महीने में कर्मचारियों की संख्या घटाकर करीब 500-600 करेगी।