यदि कोई आप को बताए की विदेशी फिल्मों के लिए कोई शख्स अपना देश भी छोड़ सकता है. तो सुनने में थोडा अजीब लगता है. लेकिन यह सच है. तो चलिए आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति से मिलवाने जा रहे है जिन्होंने विदेशी फिल्मों के लिए अपना देश ही छोड़ दिया और आज आईफ़ोन और आईपैड ठीक करने की दुकान खोल ली है. इतना ही नही उस दुकान का नाम भी जॉब्स रखा है जोकि शब्द स्टीव जॉब्स के सम्मान में लिया है.
दरअसल हम बात कर रहे है उत्तर कोरिया के हक मिन किम की. जिन्हें जेम्स बॉन्ड की फ़िल्में बेहद पसंद थी. जिसके चलते उन्होंने उत्तर कोरिया छोड़ दिया और अब नार्थ कोरिया में रहने लगे है. इतना ही नही इसके चलते किम को तीन बार जेल भी हो चुकी है. आपको बता दे कि उत्तर कोरिया में विदेशी फिल्मों पर पूर्ण प्रतिबंधित है एवं फिल्म देखने पर सजा का प्रावधान भी है. किम जेम्स बॉन्ड की फ़िल्मों में दिखाई गई शानदार घड़ियों और बंदूकों के दीवाने थे जिनसे एक पल में दीवार में छेद करना संभव था.
किम को बचपन से ही इलेक्ट्रॉनिक सामानों के पुर्जों को सुधारने का शोक था. जब किम थोड़े बड़े हुए तो उनके पड़ोसी अपनी ख़राब घड़ियां, कंप्यूटर, फ़्रिज और वॉशिंग मशीनों को सुधारने के लिए लेकर आने लगे. लेकिन किम को उस वक्त विदेशी फ़िल्मों दिलचस्पी हुए जब वह टीवी सुधारने लगे थे.
किम बताते की एक बार सरकारी इंजीनियरों ने हमारे घरों में आकर टेलीविज़न सेट्स को रिपेयर कर दिया ताकि हम सिर्फ़ एक चैनल देख सकें लेकिन मैं भी इंजीनियरिंग जानता था और मैंने अपनी टीवी को पहले जैसा कर लिया. इतना ही नही किम बताते हैं, कि “मुझे याद है कि मैं उस दौर में छुप-छुपकर टीवी देखा करता था. मुझे बहुत ज़्यादा भूख़ लगती थी लेकिन मैं जैसे ही टीवी सीरियल देखना शुरू करता था तो मुझे लगता था कि जैसे मैं स्वर्ग में हूं.
“मुझे याद है मेरी पूरी ज़िंदगी में हमारे घर में कभी भी पर्याप्त खाना नहीं रहा लेकिन मेरे लिए ख़ुशी की सबसे बड़ी बात ये थी कि मैं अपनी टीवी के सामने बैठकर विदेशी फ़िल्में देख सकूं.” फिलहाल इन दिनों किम नार्थ कोरिया में पढाई के साथ-साथ अपनी दुकान चला रहे है.