सेल्फी लेना आज ज़िन्दगी के लिए काफी महत्वपूर्ण हो गया है। कहीं भी गए, कुछ अच्छा दिखा या कोई सेलिब्रिटी दिखा उसके साथ सेल्फी ले ली। कोई अच्छी सी जगह पसंद आई वहां सेल्फी ले ली। कभी अपनी गाड़ी के साथ तो कभी अपने किसी गैजेट के साथ तो कभी अपने दोस्तों के साथ सेल्फी लेने के कई तरीके हैं लेकिन आपकी परफैक्ट सेल्फी कैसे लेना है ये कौन बताएगा?
परफेक्ट सेल्फी लेने के लिए वाटरलू साइंटिस्ट एक नया ऐप तैयार कर रहे हैं जिससे लोग परफेक्ट सेल्फी लेने की कला सीखेंगे। इस ऐप का ऐलगॉरिथम ऐसा है कि व्यक्ति को पता चल जाएगा कि कहां कैमरा पोजिशन करने पर उसे बेस्ट शॉट मिल पाएगा। कनाडा की वाटरलू यूनिवर्सिटी में प्रफेसर डैन वोगल ने कहा, ’सेल्फी के जरिए लोग खुद को और अपने अनुभवों को जाहिर कर रहे हैं। बस फर्क यह है कि सभी सेल्फी एक जैसी नहीं होतीं।’
वोगल ने कहा, ’दूसरे ऐप्स आपके फोटो को क्लिक होने के बाद ठीक करते हैं जबकि यह सिस्टम डायरेक्शन देता है जिससे यूजर को पता चलता है कि उसकी फोटो कैसे बेहतर हो सकती है।’ ऐलगॉरिथम को डिवेलप करने में वोगल और वाटरलू यूनिवर्सिटी के पूर्व मास्टर्स स्टूडेंट किफान ली ने ’सामान्य’ दिखने वाले लोगं के 3डी स्कैन लिए।
उन्होंने हजारों वर्चुअल स्मार्टफोन कैमरे और कम्प्यूटर जेनरेटेड लाइटिंग के कोड लिखकर कई सारी वर्चुअल सेल्फी लीं। इससे उन्हें कई सारे कॉम्पोजिशन प्रिंसिपल्स को एक्सप्लोर करने का मौका मिला जिसमें लाइटिंग डायरेक्शन, फेस पजिशन और फेस साइज शामिल थे। एक ऑनलाइन क्राउड-सोर्सिंग सर्विस का इस्तेमाल कर रिसर्चरों ने हजारों लोगों से वोटिंग करवाकर जाना कि कौन-सी वर्चुअल सेल्फी फोटो बेस्ट है। इसके बाद उन्होंने वोट्स के आधार पर यह ऐलगॉरिथम बनाया जिससे लोग बेस्ट सेल्फी ले सकेंगे।
उसके बाद उन्होंने एक सामान्य कैमरा ऐप और इस ऐलगॉरिथम वाले कैमरा ऐप से तस्वीरें लीं। और ऑनलाइन रेटिंग्स से पता चला कि नए ऐप से ली गईं सेल्फीज़ में 26 प्रतिशत का इम्प्रूवमेंट था। वोगल ने कहा, ’यह तो बस शुरुआत है। हम ऐसे आयामों पर भी काम कर रहे हैं जब ऐप हेयरस्टाइल, स्माइल का तरीका या आपके पहने हुए कपड़ों पर भी आपको गाइड करेगा।’ उन्होंने कहा, ’अच्छी सेल्फी लेने के बारे में अभी लोगों को काफी कुछ सिखाया जा सकता है।’